ब्रांड, रंग, डिजाइन, मजबूती और कीमत? जूते या सैंडल (Footwear) खरीदने से पहले आप उन्हें इसी तरह चैक करती हैं न! पर क्या आपने कभी उन्हें अपनी सेहत के हिसाब से चैक किया है? जी हां, आप जो जूते, चप्पल या सैंडल पहनती हैं, वे आपकी सेहत पर महत्वपूर्ण प्रभाव डालते हैं। इसके बावजूद ज्यादातर लड़कियां फुटवियर (Footwear) खरीदने से पहले अपनी सेहत को नजरंदाज कर जाती हैं। पैरों में दर्द से लेकर, थकान, पीठ दर्द और खराब पॉश्चर तक, कई चीजें हैं जो आपके गलत फुटवियर (consequences bad footwear) के चुनाव का परिणाम हो सकती हैं। हैरान हैं न! आइए जानते हैं इस बारे में विस्तार से।
आपने बाजारों में ऐसे कई ब्रांड्स देखे होंगे जो ऑर्थोपेडिक जूते या चप्पल बेचते हैं और उनका दावा होता है कि ये आपकी सेहत को खराब नहीं करेंगे। लेकिन यह भी समझना बहुत जरूरी है कि आखिर जूते, चप्पल या सैंडल हमारी सेहत को कैसे प्रभावित कर सकते हैं? इसके बारे में विस्तार से समझने के लिए हमने, आनवी फिजियो थेरेपी सेंटर, गोमती नगर,लखनऊ के फिजियोथैरेपिस्ट डॉ नवनीत श्रीवास्तव से संपर्क किया।
हमारा शरीर हमारे वजन को कुशलता पूर्वक कैसे वितरित करता है, क्या आपने कभी इसके बारे में सोचा है? फिजियोथेरेपिस्ट नवनीत श्रीवास्तव बताते हैं कि इसका सीधा सा उत्तर हमारे पैरों के आर्चेस हैं। हमारे पैर हमारे शरीर का पूरा वजन उठाते हैं। ये हड्डियों, स्नायुबंधन और मांसपेशियों पर अतिरिक्त तनाव डालता है। ऐसे में हम अपने पैरों के आराम के लिए पैरों में किस प्रकार की सैंडल चप्पल या जूते पहन रहे हैं यह बहुत मायने रखता है।
गलत जूते, चप्पल या सैंडल पहनने के कारण फ्लैट फुट, एड़ी की समस्या होना सबसे आम है। यह दिक्कत उन महिलाओं में सबसे ज्यादा होती है, जिन्हें हील वाली सैंडल पहनने का शौक है। लेकिन ऐसा जरूरी नहीं है कि यदि आप फ्लैट चप्पल या जूते पहन रही हैं, तो आपको नुकसान नहीं हो सकता।
हालांकि ज्यादातर महिलाओं को इससे गंभीर समस्या नहीं होती। फ्लैट पैरों वाली महिलाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा खड़े होने या चलने से अधिक तेजी से थकान होने के अलावा किसी भी लक्षण का अनुभव नहीं होता। ऐसे में इसका दुष्प्रभाव तुरंत न मालूम पड़ कर 40 की उम्र के बाद मालूम पड़ना शुरू होता है। जब ऑर्थोपेडिक समस्याएं शुरू होने लगती हैं।
ज्यादातर महिलाएं स्लीपर या फ्लिप फ्लॉप वाली चप्पलों को पूरे दिन पहनती हैं। क्योंकि ये ऑफिस और नॉर्मल वियर की तरह भी काम आ सकती है। इन्हें पहनना ज्यादा सुविधाजनक भी लगता है। पर यह जरूरी है कि किसी भी जूते या चप्पल को खरीदने से पहले अपने पैर की संरचना का ध्यान रखा जाए। यदि वह उसके हिसाब से नहीं है, तो आपको समस्या आ सकती हैं।
इससे आपके पैरों के अंगूठे पर प्रभाव पड़ सकता है जिसके कारण आपके अंगूठे और उंगलियों के बीच में जगह बढ़ सकती है और पैरों की मसल्स को भी नुकसान हो सकता है।
गलत फुटवियर का चुनाव करने से आपकी एड़ी में समस्या उत्पन्न हो सकती है। फिर चाहे वह फ्लैट फुटवियर हो या हाई हील फुटवियर। ज्यादा और जबरदस्ती पहनने पर इसके कारण आप के तलवे का आकार घुमावदार होने के बजाय चपटा हो सकता है। इसकी वजह से आपको बहुत जल्दी थकान पैरों में दर्द की शिकायत बनी रह सकती है।
एक खराब फुटवियर आपके घुटनों के दर्द की वजह भी बन सकता है। दरअसल जब एक खराब फुटवियर या आपके पैर के साइज से छोटा फुटवियर आप जबरदस्ती पहनती हैं, तो जूते में उचित सहायक बुनियादी ढांचा खराब हो जाता है। जिसके कारण आपके ज्वाइंट्स को आपके द्वारा उठाए जाने वाले प्रत्येक कदम के साथ अतिरिक्त मेहनत करनी पड़ती है।
आपके पैरों के अनुभव के झटके को कम करने में मदद करने के लिए और अधिक झुकना पड़ सकता है। यह मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द का कारण बन जाता है।
वजन बढ़ने से होने वाली समस्याओं से सतर्क रहने के लिए
बीएमआई चेक करेंज्यादातर लड़कियां जब नए शू पहनती हैं, तो उन्हें पांव में छालों की समस्या का सामना करना पड़ता है। यह इतना ज्यादा होता है कि लोगों ने इसे नए शू के साथ एक मुहावरे के रूप में जोड़ लिया है। जबकि यह जरूरी नहीं है। सही फिटिंग और मैटीरियल के जूते या चप्पल आपके पैरों को छाले नहीं देते।
यह जरूरी नहीं है कि केवल टाइट फुटवियर ही आपके पैरों में छालों का कारण बनें, बल्कि कई बार ढीले फुटवियर और हार्ड मैटीरियल के सैंडल भी पांव में छाले दे सकते हैं।
हमेशा ब्रांडेड जूते लेने का प्रयास करें, क्योंकि वे इस प्रकार से डिजाइन और डिवेलप किए जाते हैं, ताकि आपको किसी प्रकार की ऑर्थोपेडिक समस्या का सामना न करना पड़े। हालांकि ब्रांडेड फुटवियर लेने में भी कुछ चीजों का ध्यान रखना अनिवार्य है। जैसे :
1. फुटवियर का सोल ज्यादा मोटा या फिर सोल के बीच में दो भाग न हों।
2. कोशिश करें कि हमेशा स्टेप वाली सैंडल रोजाना पहनने के लिए ले। हिल वाली सैंडल्स का कभी कभार पार्टी वियर के तौर पर ही इस्तेमाल करें। दरअसल स्टेप वाली सैंडल पहनने से एड़ियों पर दबाव ज्यादा नहीं पड़ता है और पैरों को जमीन पर ग्रिप बनाने के लिए मेहनत नहीं करनी पड़ती।
3. अपने पैरों के साइड से कभी भी कंप्रोमाइज न करें।
4.गलत फुटवियर से आपको मोर्टन न्यूरोमा, हैमर टो, फुट कॉर्न जैसी समस्याएं भी हो सकती हैं। किसी भी प्रकार की समस्या का अनुभव होने पर अपने डॉक्टर से संपर्क करें और सलाह लें।
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