गिरते तापमान के साथ बढ़ सकती हैं श्वसन संबंधी समस्याएं, जानिए कैसे रहना है स्वस्थ

सर्दियों का मौसम अपने साथ बहुत सारी चुनौतियां लेकर आता है। साफ-सुथरी हवा में आरामदायक सांस लेना ऐसी ही एक चुनौती है।
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सर्दियों में श्वसन संबंधी समस्याओं के कारण और बचाव के उपाय। चित्र : शटरस्टॉक

धुंध भरी सुबह और सर्द शामें हमें बताती हैं कि आखिरकार सर्दी आ ही गई है। यह मौसम अपने साथ कई सारे उत्सव और त्योहार लेकर आता है। मगर कई लोगों के लिए यह मौसम स्वास्थ्य संबंधी कई समस्याएं भी लाता है। आजकल सर्दियों के मौसम में अपने स्वास्थ्य का ख्याल रखना और भी मुश्किल हो गया है, क्योंकि वातावरण में स्मोग (Smog) है और ओमिक्रॉन वायरस (Omicron Virus) का खतरा बढ़ रहा है।

ऐसे में श्वसन संबंधी समस्याओं का जोखिम और भी बढ़ जाता है, क्योंकि कोविड – 19 का खतरा अभी टला नहीं है। ठंडे वातावरण के अलावा, भीड़-भाड़ वाले स्थानों में खराब वेंटिलेशन के कारण भी रोग संचरण में तेजी आ सकती है। इसलिए अपने श्वसन तंत्र का ख्याल रखना सबसे ज़्यादा ज़रूरी है। साथ ही इम्युनिटी को मजबूत रखना भी जरूरी है।

सर्दियों में आपको परेशान कर सकती हैं ये श्वसन संबंधी समस्याएं

जुखाम (Common cold): यह सर्दी के दौरान देखी जाने वाली सबसे आम संक्रामक बीमारी है और दो सौ से अधिक विभिन्न प्रकार के वायरस के कारण हो सकती है।

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सर्दी-जुकाम से राहत पाने के लिए करे घरेलू उपचार। चित्र: शटरस्टॉक

इन्फ्लुएंजा (Influenza) : आम तौर पर फ्लू के रूप में जाना जाता है। इन्फ्लूएंजा एक वायरल बीमारी है जो बिल्कुल सामान्य सर्दी की तरह दिखती है, लेकिन अधिक गंभीर होती है। फ्लू से पीड़ित व्यक्ति को शरीर में दर्द, जमाव, थकान और सीने में दर्द की भी शिकायत हो सकती है।

ब्रोंकाइटिस (Bronchitis): ब्रोंकाइटिस वायुमार्ग और फेफड़ों में सूजन और जलन के रूप में प्रकट होता है। यह अक्सर एक सामान्य सर्दी या फ्लू से पहले होता है। ब्रोंकाइटिस का सबसे आम लक्षण लगातार खांसी है।

निमोनिया (Pneumonia): निमोनिया सबसे अधिक सर्दियों के दौरान देखा जाता है और इससे फेफड़ों (एल्वियोली) की छोटी वायु थैली द्रव से भर जाती है।

काली खांसी (Whooping cough): काली खांसी ज्यादातर छोटे बच्चों में देखी जाती है और प्रकृति में अत्यधिक संक्रामक होती है।

साइनसाइटिस (Sinusitis): साइनसाइटिस ऊपरी श्वसन पथ का संक्रमण है, जो कंजशन, सिरदर्द और खांसी के साथ प्रकट होता है। साइनसाइटिस आमतौर पर खराब वेंटिलेशन वाले बंद स्थानों में देखा जाता है।

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बार-बार हाथ धोएं. चित्र : शटरस्टॉक

जानिए आप श्वसन तंत्री की इन समस्याओं से कैसे खुद को बचा सकती हैं

खुद को साफ रखें

अपने हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोना, अपनी आंखों, नाक या मुंह को छूने से बचना और पहले से बीमार लोगों से दूर रहना। यह सर्दियों के दौरान सभी बीमारियों से खुद को बचाने का सबसे अच्छा और आसान तरीका है।

शरीर का तापमान बनाए रखें

सर्दियों में हमारा शरीर आसानी से थक जाता है क्योंकि शरीर के तापमान को सामान्य रखने के लिए वह पहले से ही कड़ी मेहनत कर रहा होता है। शरीर को गर्म कपड़ों से ढकने से शरीर को तापमान को आसानी से नियंत्रित करने में मदद मिलेगी।

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गरम पानी पिएं और भाप लें

सर्दियों के दौरान साइनसाइटिस को रोकने के लिए, बहुत गर्म पानी पीना चाहिए, धूल से बचने के लिए अपने आस-पास के वातावरण को साफ रखना चाहिए। अवरुद्ध श्वसन पथ और साइनस को खोलने के लिए भाप को अंदर लेना चाहिए। वायुमार्ग को सूखने से रोकने के लिए घर पर ह्यूमिडिफायर का प्रयोग करें।

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भाप लेना आपके श्वसन तंत्र के लिए फायदेमंद है। चित्र: शटरस्‍टॉक

अपना फ्लू शॉट लें

फ्लू होने के जोखिम को कम करने के लिए लोगों को हर साल फ्लू शॉट (इन्फ्लूएंजा के लिए टीका) लगवाना चाहिए। मल्टीविटामिन का सेवन सर्दियों के दौरान प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करेगा।

हेल्दी डाइट लें

नींबू, संतरा, आंवला और अमरूद जैसे विटामिन सी से भरपूर खाद्य पदार्थ श्वसन संबंधी विभिन्न बीमारियों को रोकने में मदद करेंगे। शरीर के तापमान को बनाए रखने में मदद करने के लिए चाय, कॉफी या सूप जैसे गर्म पेय पदार्थों का सेवन करें।

ब्रीदिंग एक्सरसाइज़ करें

पहले से मौजूद सांस की बीमारियों वाले लोगों को अपने फेफड़ों के कार्य को बनाए रखने के लिए नियमित रूप से सांस लेने के व्यायाम करने चाहिए। यदि आपके स्थान के आसपास हवा की गुणवत्ता खराब है, तो सुबह की सैर से बचें क्योंकि उस समय हवा में जहरीले प्रदूषक अपने चरम पर होते हैं।

यदि किसी व्यक्ति को सांस लेने में कठिनाई होती है, सीने में दर्द, कमजोरी, पेट दर्द, चक्कर आना, बुखार के साथ लगातार खांसी होती है, तो उन्हें जल्द से जल्द डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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