श्रीकृष्ण से लेकर ओशाे तक सभी करते हैं योग की सिफारिश, साइंस मानता है इसे हेयर ग्रोथ में भी मददगार

क्या योग हेयर फॉल को कम कर बाल बढ़ाने में मददगार है? एक्सपर्ट इसका जवाब हां में देते हैं। क्योंकि योग उन समस्याओं का समाधान करता है, जो बाल झड़ने का कारण बनती हैं।
Yoga for hair growth
हेयर ग्रोथ में मददगार हैं योग- चित्र शटरस्टॉक
निशा कपूर Published: 18 Aug 2022, 09:00 am IST
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आज के वक़्त में खुद को फिट और आकर्षक बनाए रखने का चलन सबसे अधिक है। यही वजह है कि लोग अपनी बढ़ती उम्र से लेकर अपने झड़ते बालों के निवारण हेतु कोई ना कोई उपाय ढूंढते ही रहते हैं। हो सकता है कि आप भी उन लोगों में से ही हो जो ऐसा करते है। तो आपकी मदद के लिए हम यहां हैं। योग में कई ऐसे आसन हैं, जो आपकी बहुत सारी समस्याओं का समाधान कर सकते हैं। जी हां, बालों की ग्रोथ में भी योग मददगार हो सकता है। आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ योगासनों के बारे में जो हेयर फॉल रोककर आपके बालों की ग्रोथ (Yoga for hair growth) में मददगार हो सकते हैं।

गीता में भी श्रीकृष्ण ने कहा है कि योग: कर्मसु कौशलम यानी योग से कर्मों में कुशलता आती है।

ओशो भी कहते हैं, “योग को धर्म, आस्था और अंधविश्वास के दायरे में बांधना सही नहीं है। योग विज्ञान है, जो जीवन जीने की कला है। साथ ही यह पूर्ण चिकित्सा पद्धति है। जहां धर्म हमें खूंटे से बांधता है, वहीं योग सभी तरह के बंधनों से मुक्ति का मार्ग है।”

आज योगाभ्यास दुनिया भर में प्रचलित हो चुका है। लोग अलग-अलग तरह से योग का लाभ ले रहे हैं। ऐसे कई योगासन हैं जो आपके बालों की ग्रोथ को बेहतर करने का काम कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त योग के जरिए आप झड़ते बालों की परेशानी से भी छुटकारा पा सकते हैं। तो चलिए जानते हैं इन योगासनों के बारे में।

यहां हैं वे योगासन जो हेयर फॉल रोककर हेयर ग्रोथ में मददगार हो सकते हैं

1 उत्तानासन

उत्तानासन को लोग कैमल मुद्रा के नाम से भी जानते हैं। शुरुआत में यह आसन बहुत मुश्किल हो सकता है। लेकिन धीरे- धीरे इसे करना सरल हो जाता है। यह आसन आपकी सिर तक ऑक्सीजन के स्तर और रक्त प्रवाह की स्थिति को बेहतर करता है।

NCBI (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इंफॉर्मेशन) की वेबसाइट पर प्रकाशित रिसर्च के मुताबिक, योग करने से पूरे शरीर के रक्त संचार में सुधार हो सकता है। यही नहीं, हीमोग्लोबिन और लाल रक्त कोशिकाओं के स्तर को भी बढ़ावा मिल सकता है। इसके जरिए आपके हेयर फॉलिकल मजबूत होते हैं और बालों की ग्रोथ तेज होने लगती है। यह ना केवल बालों की ग्रोथ बढ़ाता है बल्कि इसके जरिए बाल घने होते हैं और इनकी गुणवत्ता भी अच्छी होने लगती है।

जानिए उत्तानासन करने का तरीका

उत्तानासन को करने के लिए सबसे पहले दोनों पैरों को मिलाकर खड़े हो जाएं।
अब अपने हाथों को जितना हो सके उतना ऊपर की ओर उठाएं।
इसके बाद सांस ले और छोड़ते हुए नीचे की ओर आए हो सके तो जमीन को टच करें।
इसके बाद अगर आपको ज्यादा कष्ट ना हो रहा हो तो और नजदीक आए और अपने घुटनों को गले लगा लें।
इस अवस्था में कुछ देर तक रहें इसके बाद आराम करें।
याद रखें ज्यादा जबरदस्ती खुद से बिल्कुल ना करें। रोजाना की प्रैक्टिस से आप इसे आसानी से कर सकते हैं।

YOGA FOR HAIR GROWTH
बालों की समस्या से निजात दिलाता है। चित्र:शटरस्टॉक

2 मत्स्यासन


मत्स्यासन को फिश पोज भी कहा जाता है। यदि आपको बालों से जुड़ी किसी तरह की परेशानी है या बालों की ग्रोथ तेज करनी है तो यह आसन आपके काम आ सकता है। ​मत्स्यासन को बहुत सरलता से घर पर किया जा सकता है। इस आसन के जरिए सिर तक ऑक्सीजन सही मात्रा में पहुंचता है। जिसकी वजह से हेयर फॉलिकल को बढ़ने में सहायता मिलती है।

जानिए मत्स्यासन करने का तरीका

सबसे पहले पद्मासन में बैठ जाएं।
अब धीरे-धीरे पीछे झुकना शुरू करें और पीठ के बल लेट जाएं।
अब आपको अपने दाएं हाथ से बाएं पैर और बाएं हाथ से दाएं पैर को पकड़ना होगा।
दोनों कोहिनियों को जमीन पर टिकाकर रखें और घुटनों को जमीन से सटाएं।
अब सांस लेते हुए जितना हो सकता है, सिर को पीछे की ओर ले जाएं।
इस अवस्था में सांस धीरे-धीरे लें और धीरे-धीरे छोड़ें।
अब आप लंबी सांस लेते हुए प्रारंभिक अवस्था में आएं।
इस चक्र को चार से पांच बार करें।

3 ​शीर्षासन

शीर्षासन को हैडस्टेंड पोजीशन के नाम से भी जाना जाता है। इस आसन को करने से सिर तक रक्त प्रवाह बेहतर होने लगता है जो बालों को झड़ने की और उनके पतला होने की परेशानी को खत्म करता है। इसके अलावा सिर में बेहतर रक्त प्रवाह के चलते बालों की ग्रोथ भी अधिक होने लगती है।

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इतना ही नहीं यदि आपके बाल सफेद हो रहे हैं तो भी आप इस आसन को आजमा सकते हैं। साथ ही यह निष्क्रिय हो चुके हेयर फॉलिकल की क्षमता को बढ़ाने का काम भी करता है। बालों से जुड़ी परेशानियों से राहत पाने के लिए आप शीर्षासन को आजमा सकते हैं।

जानिए ​शीर्षासन करने का तरीका

शीर्षासन को करने के लिए सबसे पहले अपने दोनों हाथों की उंगलियों को मिलाएं और इन्हें सिर के पीछे ले जाएं।
अब नीचे की ओर झुके और अपने सिर को जमीन पर रखें।
धीरे- धीरे बैलेंस बनाते हुए अपने पैरों को ऊपर की तरफ लेकर जाएं।
याद रहे इस दौरान आपको पूरी तरह उल्टा यानी सिर के बल खड़ा होना होगा।
अब कुछ वक़्त होल्ड करने के बाद रेस्ट करें।
इस आसन को करते समय संतुलन बनाए रखना बेहद जरूरी है।
शुरुआत में आप इस योगासन को दीवार के सहारे भी कर सकते हैं।

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बालासन के अभ्यास से भी हेयर फॉल को रोक जा सकता है। चित्र :शटरस्‍टॉक

4 बालासन

यह आसन आपकी पेट संबंधित समस्याओं और तनाव से राहत दिलाने का काम मदद करता है। बालों के झड़ने के मुख्य कारण में यह दोनों ही शामिल हैं। यदि आपको भी अपने झड़ते बालों से राहत पानी है तो आप इस आसन को आजमा सकते हैं। इसके अतिरिक्त एंग्जाइटी की परेशानी है तो भी यह आसन आपके लिए लाभकारी होता है।

जानिए बालासन करने का तरीका

इस आसन को करने के लिए सबसे पहले किसी जगह पर घुटनों के बल बैठ जाएं।
अब अपने हाथों को ऊपर की तरफ ले जाएं और गहरी सांस लें।
अब सांस छोड़ते हुए अपनी जगह पर बैठे हुए ही आगे झुकें और अपने सिर को जमीन के नजदीक लेकर जाएं। इस दौरान आपका पेट आपकी जांघों पर रहेगा।
इस आसन से आपके स्कैल्प को लाभ होगा और आपके बालों की ग्रोथ पर भी इसका असर होगा।

5 वज्रासन


यह काफी सरल योगासन है। लेकिन सरल होने के बाद भी यह आपकी बालों की ग्रोथ, और पतले झड़ते बालों की परेशानी से राहत दिला सकता है। असल में, यह आसन आपको पेट से संबंधित परेशानियों से बचा कर रखता है। वहीं बालों के पतला होने और झड़ने का एक मुख्य कारण है।

खराब गट फ्लोरा जिसकी वजह से ही पहले बाल पतले होते हैं और फिर झड़ने लगते हैं। लेकिन इस आसन को करने से यह परेशानी दूर हो सकती है। इतना ही नहीं यह आसन आपकी पाचन क्रिया को भी दुरुस्त करने का काम करता है, जिससे पोषक तत्व शरीर में आसानी से अवशोषित होने लगते हैं। इस आसन के इन्हीं गुणों की वजह से बाल घने लंबे और मोटे होने लगते हैं।

जानिए वज्रासन का सही तरीका

सबसे पहले अपने दोनों पैरों को जमीन पर फैलाकर बैठें।
दाहिने पैर को घुटने से मोड़ें और दाहिने कूल्हे के नीचे रखें।
इसी प्रकार से बाएं पैर को मोड़ें और अपने बाएं कूल्हे के नीचे रखें।
अब कूल्हों को एड़ियों के बीच में लाएं।
हाथों को घुटनों पर रखें और रीढ़ की हड्डी को बिलकुल सीधा रखें।
सांस लेने व छोड़ने की प्रक्रिया जारी रखें और शांत रहने का प्रयास करें।
पहली अवस्था में वापस आने के लिए अपने दाहिने पैर को आगे लाए फिर बाएं पैर को।

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