इस शोध के अनुसार आपकी गट हेल्‍थ को बर्बाद कर सकते हैं ज्‍यादा फैट और चीनी वाले आहार

वेस्ट्रन डाइट मुख्य रूप से वसा और चीनी में हाई होती है, जो आपको सूजन, आंत संबंधी रोग और संक्रमण के खतरे दे सकती है।
हाई फैट डाइट आपकी गट हेल्‍थ को बर्बाद कर सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक
हाई फैट डाइट आपकी गट हेल्‍थ को बर्बाद कर सकती है। चित्र: शटरस्‍टॉक
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 21 May 2021, 18:12 pm IST
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अगर आपके पेरेंट्स अभी भी आपको वेस्टर्न डाइट लेने से मना करते हैं और अक्सर आपको देसी खाने के लिए कहते हैं, तो ये शोध आपके लिए ही है। एक नए अध्ययन के अनुसार वेस्टर्न डाइट लेने से आपका इम्यून सिस्टम खराब हो जाता है। जिससे संक्रमण और आंत में सूजन जैसे रोगों का खतरा बढ़ सकता है।

क्‍या कहता है अध्‍ययन

सेंट लुइस और क्लीवलैंड क्लिनिक में वाशिंगटन यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ मेडिसिन के शोधकर्ताओं ने चूहों और लोगों पर एक अध्ययन किया। इससे पता चला कि चीनी और वसा को उच्च मात्रा में लेने से पैनेथ कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाता है। ये आंत में मौजूद प्रतिरक्षा कोशिकाएं होती हैं, जो सूजन को नियंत्रित करती हैं।

जब पैनेथ कोशिकाएं ठीक से काम नहीं कर रही होती हैं, तो आंत की प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) अत्यधिक सूजन का शिकार हो जाती है। जिससे लोगों को आंत सूजन रोग (आईबीडी) का खतरा होता है।

इसे और विस्‍तार से समझिए 

जर्नल सेल होस्ट एंड माइक्रोब में प्रकाशित निष्कर्ष में यह बात सामने आई है कि पैनेथ सेल अगर ठीक अवस्था में होंगे, तो आंत की इम्युनिटी भी मजबूत बनी रहेगी।

लड़कियों में मोटापे से जुड़े चयापचय परिवर्तन लड़कों की तुलना में अधिक होते हैं। चित्र-शटरस्टॉक.
लड़कियों में मोटापे से जुड़े चयापचय परिवर्तन लड़कों की तुलना में अधिक होते हैं। चित्र-शटरस्टॉक.

प्रमुख लेखक ता-चियांग लियू वाशिंगटन विश्वविद्यालय में एमडी, पीएचडी और पैथोलॉजी और इम्यूनोलॉजी के एसोसिएट प्रोफेसर हैं। उनका कहना है कि “आंत सूजन रोग ऐतिहासिक रूप से अमेरिका जैसे पश्चिमी देशों में एक समस्या रही है। मगर ये विश्व स्तर पर अधिक आम होती जा रही है, क्योंकि अधिक से अधिक लोग पश्चिमी जीवन शैली अपना रहे हैं।”

उन्होंने आगे कहा, “हमारे शोध से पता चला है कि वेस्टर्न फूड में वसा और चीनी उच्च मात्रा में होती है, जिससे आपकी आंत में प्रतिरक्षा कोशिकाएं लंबे समय तक प्रभावित रहती हैं। जिससे आंतों में सूजन जैसे रोग को बढ़ावा मिलता है या आंतों के संक्रमण के खतरे को बढ़ा सकती है।”

क्या हैं पैनेथ कोशिकाएं ?

आंत रोग सूजन से पैनेथ सेल को नुकसान पहुंचता है। उदाहरण के लिए, क्रोहन रोग वाले लोगों में पेट में दर्द, दस्त, एनीमिया और थकान की विशेषता वाली एक प्रकार की आंत की सूजन है। यह रोग अक्सर तब होता है जब पैनेथ कोशिकाएं काम करना बंद कर देती है।

लियू और वरिष्ठ लेखक थेडियस स्टैपेनबेक, एमडी, पीएचडी, क्लीवलैंड क्लिनिक में सूजन और प्रतिरक्षा विभाग के अध्यक्ष, लोगों में पैनेथ सेल की शिथिलता के कारण का पता लगाने के लिए निकल पड़े। उन्होंने प्रत्येक व्यक्ति के पैनेथ कोशिकाओं के मूल्यांकन सहित 400 लोगों पर जनसांख्यिकीय और नैदानिक डेटा वाले डेटाबेस का विश्लेषण किया।

इससे आंतों में सूजन बढ़ जाती है। चित्र: शटरस्‍टॉक
इससे आंतों में सूजन बढ़ जाती है। चित्र: शटरस्‍टॉक

बीएमआई और पैनेथ कोशिकाओं के बीच का संबंध

शोधकर्ताओं ने पाया कि उच्च बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) पैनेथ कोशिकाओं से जुड़ा था, जो माइक्रोस्कोप के नीचे असामान्य और अस्वस्थ दिखते थे। किसी व्यक्ति का बीएमआई जितना अधिक होता है, उसकी पैनेथ कोशिकाएं उतनी ही खराब दिखती हैं। अध्‍ययन स्वस्थ वयस्कों और क्रोहन रोग वाले लोगों के लिए आयोजित किया गया था।

इस संबंध को बेहतर ढंग से समझने के लिए, शोधकर्ताओं ने चूहों पर अध्ययन किया जो आनुवंशिक रूप से मोटापे के शिकार थे। ऐसे चूहे लंबे समय तक खाना खा सकते थे। उन्हें नियमित रूप से आहार खिलाए जाने पर भी भूख महसूस होती थी। शोधकर्ताओं को आश्चर्य हुआ कि मोटे चूहों में पैनेथ कोशिकाएं थीं, जो सामान्य दिखती थीं।

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लोगों में मोटापा अक्सर वसा और चीनी से भरपूर आहार खाने से होता है। इसलिए, वैज्ञानिकों ने सामान्य चूहों को ऐसा आहार दिया, जिसमें 40 प्रतिशत कैलोरी वसा या चीनी से आती है, जो कि वेस्टर्न फूड के समान था। इस शोध में दो महीने के बाद, चूहे मोटे हो गए थे और उनकी पैनेथ कोशिकाएं निश्चित रूप से असामान्य दिख रही थीं।

इससे भी बड़ी है समस्‍या

लियू ने कहा – “मोटापा समस्या नहीं थी,” उनको इस बात से आश्चर्य हुआ कि “बहुत अधिक स्वस्थ आहार खाने से पैनेथ कोशिकाओं पर कोई प्रभाव नहीं पड़ा। जबकि उच्च वसा और उच्च चीनी वाले आहार से पैनेथ कोशिकाओं में समस्या आई। ”

जब चूहों को चार सप्ताह के लिए स्वस्थ माउस आहार पर वापस रखा गया, तो पैनेथ कोशिकाएं सामान्य हो गईं थी। लियू ने कहा कि जो लोग आदतन वेस्ट्रन डाइट लेते हैं, वो अपनी डाइट को हेल्दी बना कर और अपनी आंत की प्रतिरोधक क्षमता में सुधार कर सकते हैं।

रातों रात मोटा नहीं होता कोई

लियू ने कहा, “ये एक अल्पकालिक प्रयोग था, जो केवल आठ सप्ताह चला। “लोगों में, मोटापा रातों-रात या आठ सप्ताह में भी नहीं होता है। मोटापे से ग्रस्त होने से पहले लोगों की 20, 30 साल तक एक जीवन शैली होती है।

पौष्टिक आहार लेना आपकी त्वचा के लिए बेहद ज़रूरी है। चित्रः शटरस्टॉक
पौष्टिक आहार लेना आपकी त्वचा के लिए बेहद ज़रूरी है। चित्रः शटरस्टॉक

इतने लंबे समय तक वेस्टर्न फूड लेने से आपकी पैनेथ कोशिकाएं ठीक नहीं हो सकती हैं, चाहें आप अपना आहार ही बदल दें। हमें और अधिक शोध करने की आवश्यकता है।”

आगे के प्रयोगों से पता चला कि एक अणु जिसे डीऑक्सीकोलिक एसिड के रूप में जाना जाता है, ये पित्त एसिड आंत बैक्टीरिया को पाचन क्रिया में मदद करता है। पित्त एसिड दो प्रतिरक्षा अणुओं की गतिविधि को बढ़ाता है। ये फ़ार्नेसॉइड एक्स रिसेप्टर और टाइप 1 इंटरफेरॉन (ये पैनेथ सेल फ़ंक्शन को रोकते है) रोकता है।

लियू और उनके सहयोगी अब जांच कर रहे हैं कि पैनेथ कोशिकाओं को खराब करने में वसा या चीनी प्राथमिक भूमिका निभाते हैं या नहीं। उन्होंने पित्त एसिड या दो प्रतिरक्षा अणुओं पर आंत प्रतिरक्षा में सुधार करने के तरीकों का अध्ययन करना शुरू कर दिया है।

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