ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय का निधन, हर महिला के काम आ सकते हैं उनके जीवन के ये 3 अनुभव

शादी, बच्चे और सफल करियर - यह सब सुनने में कितना परफेक्ट लगता है। हम सभी ऐसे ही जीवन की कामना करते हैं। पर यहां तक पहुंचने के लिए महिलाओं को बहुत सारे स्टीरियोटाइप्स तोड़ने पड़ते हैं। क्वीन एलिजाबेथ - 2 का जीवन ऐसे ही उदाहरणों की मिसाल है।
Queen Elizabeth II Death
ब्रिटेन की महारानी एलिजाबेथ द्वितीय का 96 वर्ष की आयु में निधन। चित्र ; Insta/queenelizabethii_

ब्रिटेन की महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय (Queen Elizabeth II Death) का निधन गुरुवार रात को हो गया। महारानी ने अपनी अंतिम सांस स्कॉटलैंड के बलमोरल कासल (Balmoral Castle) में लीं। इसके बाद इंग्लैंड में शोक छा गया। 1952 में अपने पिता और ब्रिटेन के राजा जॉर्ज पंचम की मृत्यु के बाद से एलिज़ाबेथ द्वितीय नें दुनिया के सबसे मशहूर राज घराने की बागडोर संभाली।

महारानी एलिज़ाबेथ ब्रिटेन पर इतने लंबे समय तक राज करने वाली पहली शासक रही हैं। बता दें कि 1952 से वे न सिर्फ ब्रिटेन की, बल्कि एक दर्जन से ज़्यादा देशों की महारानी रही हैं। उन्हें बेहद पसंद किया जाता था और वे बहुत दयालु भी थीं।

महारानी एलिज़ाबेथ न सिर्फ एक बेहतरीन मोनार्क थीं, बल्कि एक तेज-तर्रार रणनीतिकार, आदर्श मां और ब्यूटी विद ब्रेन का परफेक्ट कॉम्बिनेशन थीं। अपने परिवार और करियर को एक साथ कैसे मैनेज करना है, यह महारानी एलिज़ाबेथ से सीखा जा सकता था।

मिलेनियल्स महारानी एलिज़ाबेथ के जीवन से जानिए क्या कुछ सीख सकती हैं

1 वर्क – लाइफ बैलेन्स

नई सहस्राब्दी की महिलाओं को महारानी एलिज़ाबेथ से कई चीज़ें सीखने को मिलती हैं, जिनमें से एक है वर्क – लाइफ बैलेन्स। उन्हें 1952 में ब्रिटेन की राज गद्दी सौंप दी गई थी। तब वे मात्र 27 साल की थीं। उनकी चार संतानें भी हैं। अपने 70 साल के कार्यकाल के दौरान उन्होंने देश- विदेश की बदलती स्थितियों को देखा है और इंग्लैंड के लिए कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।

अमेरिका और ब्रिटेन के मधुर संबंधों का श्रेय महारानी एलिज़ाबेथ को दिया जाता है। इस सब के बीच उन्होंने अपने परिवार को भी संभाला। यह एक सफल मल्टीटास्कर की निशानी है।

Britain's Queen Elizabeth II dies at 96
चार्ल्स, ऐनी, एंड्रयू और एडवर्ड – एलिज़ाबेथ की चार संतानें हैं, जिनसे उन्हें 8 पोते/पोतियां हैं। चित्र ; Insta/queenelizabethii_

2 मदरहुड

प्रिंस फिलिप से उनकी शादी सन 1947 में हुई थी। तब वे महारानी नहीं बनी थीं। चार्ल्स, ऐनी, एंड्रयू और एडवर्ड – एलिज़ाबेथ की चार संतानें हैं, जिनसे उन्हें 8 पोते/पोतियां हैं। ये सभी अपने – अपने कार्यक्षेत्र में माहिर हैं। एक पूरे राजपाठ को संभालना और साथ ही अपने बच्चों की परवरिश करना हर मां के लिए कठिन होता है, लेकिन महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय ने अपने सभी रिश्तों को बखूबी निभाया है।

3 करुणा और सरल स्वभाव

महारानी एलिज़ाबेथ ने अपने कार्यकाल में ब्रिटेन के कुछ 13 प्रधानमंत्रियों को देखा है। जब उनकी मुलाक़ात प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी से हुई थी – तब महारानी ने उन्हें गांधी जी का दिया हुआ रुमाल दिखाया, जो उन्होनें उन्हें शादी पर तोहफे में दिया था। उनके स्वभाव में एक सरलता थी, जिसके लिए वे जानी जाती थीं।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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