डाबर च्यवनप्राश में है आयुर्वेद का दम, कोविड-19 संक्रमण को करे कम

90 दिन तक चली इस क्लीनिकल स्टडी में पाया गया कि डाबर च्‍यवनप्राश खाने वाले लोगों की इम्‍युनिटी ज्‍यादा बेहतर होती है।
डाबर च्‍यवनप्राश
डाबर च्‍यवनप्राश
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 4 Feb 2021, 18:05 pm IST
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ये तो आप सब जानते ही हैं की पिछले कुछ समय से कोविड-19 ने सबकी नाक में दम कर रखा है। दुनिया भर में इस महामारी से लोगों को बचाने के लिए नए नए तरीके और वैक्सीन पर काम चल रहा है। ऐसे में डाबर च्यवनप्राश ने भी लोगों की इम्युनिटी बढ़ाने के साथ साथ उन्हें कोविड-19 से बचाने के लिए जयपुर , मुंबई , पुणे और वडोदरा के 5 केंद्रों में एथिक्स कमेटी द्वारा अप्रूव्ड एक क्लीनिकल स्टडी की, जो आयुर्वेदिक और मॉडर्न मेडिकल डॉक्टर्स की देखरेख में हुई ।

कैसे हुआ अध्‍ययन 

90 दिन तक चली इस क्लीनिकल स्टडी में 721 लोगों ने भाग लिया, जिन्हें दो समूहों में बांटा गया। एक समूह को डाबर च्यवनप्राश दिया गया और दूसरे को नहीं। जांच में पाया गया कि च्यवनप्राश का सेवन न करने वाले ग्रुप में कोरोना का संक्रमण ज्यादा था।

वहीँ दूसरी तरफ इस जांच में डाबर च्यवनप्राश खाने वालों में कोविड-19 के संक्रमण के साथ साथ उसकी गंभीरता का खतरा भी कम पाया गया। साथ ही ये भी पता चला कि उनकी क्वालिटी ऑफ़ लाइफ भी दुगुनी हुई है।

तो क्‍या है परिणाम 

इस क्लीनिकल स्टडी ने साबित कर दिया की कोविड-19 को हराना है, तो इम्युनिटी बढ़ाने के लिए डाबर का आयुर्वेदिक च्यवनप्राश ही खाना है।

(स्‍पॉन्‍सर्ड फीचर)

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