अपने आहार में शामिल करें ये 8 कड़वे फूड्स और पेट की समस्याओं से पाएं छुटकारा

बीमारियां अगर पेट से शुरू होती हैं, तो उनका समाधान भी पेट के रास्ते ही होना चाहिए। जी हां, मिठास के साथ-साथ कुछ कड़वे फूड्स भी हैं जिन्हें आपको अपनी प्लेट में शामिल करना चाहिए।
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करेले का नियमित सेवन मधुमेह वाले लोगों में बेहतर ग्लाइसेमिक नियंत्रण बनाए रखने में मदद करता है।
श्याम दांगी Published: 14 Feb 2022, 16:42 pm IST
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ज्यादातर लोग मीठे, नमकीन या दूसरे फूड्स खूब चाव खाते हैं। लेकिन करेले या दूसरी कड़वी चीजों को आहार में नजरअंदाज करते हैं। हालांकि, आहार विशेषज्ञों का मानना है कि कड़वे स्वाद की सब्जियां और दूसरी चीजें पेट की सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। 

गुड हाउसकीपिंग इंस्टीट्यूट के आहार विशेषज्ञ एमी फिशर कहते हैं कि कड़वे स्वाद की चीजें हमारे पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहद लाभकारी हैं। कड़वे स्वाद के फूड्स स्वाद के लिहाज से भले ही कड़वे हो, लेकिन पौष्टिकता से भरपूर होते हैं। दरअसल, कड़वे खाद्य पदार्थ लार के उत्पादन को बढ़ाते हैं। इससे पाचन प्रक्रिया बेहतर होती है। 

पहले जानिए गट हेल्थ और कड़वे फूड्स का कनैक्शन   

एमी फिशर आगे कहते हैं कि करेला, कॉफी समेत कई चीजों में कड़वे तत्व पाए जाते हैं। जो मुंह की स्वाद कलिकाओं को उत्तेजित करते हैं। इससे लार उत्पादन की क्रिया एक्टिव हो जाती है। कड़वी चीजें खाने से अतिरिक्त लार का निर्माण होता है, जो पेट में गैस्ट्रिक एसिड को तत्काल पचाने में मदद करता है। 

इसके अलावा ये आंत में बाइल फ्लो को एक्टिव करने का काम करता है। फिशर का कहना है कि पेट में एसिड एक अच्छी चीज है। जो भोजन को पचाने में मदद करता है। इससे आंत की नियमितता बढ़ती है और कब्ज में मदद मिलती है। जो लोग अक्सर पेट के सूजन या कब्ज परेशान हैं, वे लोग अपने आहार में कड़वी चीजों को शामिल कर सकते हैं। 

पेट या आंत की परेशानियों को दूर करने के लिए धीरे-धीरे अपने आहार में विभिन्न कड़वी चीजों को शामिल करना चाहिए। इससे आप गैस या एसिड रिफ्लक्स से बच सकते हैं। अपनी पाचन क्रिया को ठीक करने के लिए इन कड़वी चीजों को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं।

यहां हैं कड़वे स्वाद वाली कुछ चीजें जो पेट की सेहत के लिए फायदेमंद हैं   

  1. ब्रोकली (Broccoli) 

ब्रोकली ब्रैसिका परिवार से संबंधित है। इसमें विटामिन ए, सी और के जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं। ब्रोकली खाने में थोड़ी कड़वी लग सकती है। इसकी कड़वाहट को दूर करने के लिए आप नींबू के रस का उपयोग कर सकते हैं। नींबू ब्रोकली में आयरन के अवशोषण में मदद करता है। यह पेट की कब्ज और दूसरी समस्याओं से निजात दिलाने में मददगार है। 

  1. करेला (Bitter gourd)

कई लोग करेला की कड़वाहट के चलते इसे इग्नोर करते हैं। हालांकि, कई लोग करेला की सब्जी खाने के शौकीन होते हैं। करेले में पर्याप्त मात्रा में फाइबर पाए जाते हैं। इस वजह से यह पाचन क्रिया को दुरूस्त करता है। जो लोग पेट की कब्ज या जिनका पेट ठीक से साफ नहीं होता, वे लोग करेले के जूस का सेवन कर सकते हैं। पेट के कीड़े साफ करने के लिए करेले की पत्तियों का रस बनाकर पीना चाहिए। 

  1. केल (Kale)

केल एक ऐसी सब्जी है जिसे फाइबर तत्वों का पावरहाउस कहा जाता है। इस वजह से यह पाचन क्रिया को बढ़ावा देती है। केल में एंटीऑक्सिडेंट, विटामिन ए और के के साथ-साथ कैल्शियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। 

आहार विशेषज्ञ फिशर का कहना है कि इसमें ग्लूकोसाइनोलेट्स, सल्फर आदि तत्व होते हैं जो लीवर स्वास्थ्य को नियंत्रित करता है। इसके अलावा इसमें प्रीबायोटिक्स होते हैं जो आंत के स्वास्थ्य में मददगार है। इसके अलावा केल कोलेस्ट्रॉल को कम करने में फायदेमंद होता है।  

  1. अंगूर (Grapes)

आमतौर पर अंगूर खाने में मीठा और स्वादिष्ट होता है। लेकिन इसमें साइट्रिक एसिड पाया जाता है। इस से ताजा अंगूर अधिक मात्रा में खाने पर आपका मुंह कड़वा हो सकता है। ताजे अंगूर का साइट्रस पाचन में सहायता करता है। इसके अलावा ताजे अंगूर में उच्च मात्रा फाइबर और पानी होता है। इस वजह से यह पाचन क्रिया को ठीक करने और डीहाइड्रेशन से आपको बचाता है। 

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अंगूर विटामिन-सी का अच्छा स्रोत है, जो कोलेजन उत्पादन को बढ़ावा देता है। अंगूर खाने हेल्दी स्किन, बालों और नाखूनों के लिए फायदेमंद है। अंगूर के अलावा नींबू, संतरा में थोड़ी कड़वाहट होती है। जो पाचन प्रक्रिया के लिए अच्छे होते हैं।   

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ताजे अंगूर का साइट्रस पाचन में सहायता करता है। चित्र: शटरस्टॉक
  1. चिकरी (Radicchio)

रेडिकियो या चिकरी को आम भाषा में कासनी के नाम से जानते हैं। यह खाने में अत्यधिक कड़वा, लेकिन कई पौष्टिक गुणों भरा होता है। इसका उपयोग औषधि के रूप में किया जाता है। रेडिकियो फाइबर, जिंक और वसा में घुलनशील विटामिन के से भरपूर होता है। जैतून की भांति हेल्दी फैट पाया जाता है। इसके अलावा इसमें पाए जाने वाल फाइबर तत्व ब्लड शुगर स्थिर रखने में मददगार है। फाइबर की मात्रा के कारण यह पाचन क्रिया को ठीक रखने में सहायक है।  

  1. ब्रसेल्स स्प्राउट्स (Brussels Sprouts)

यह गोभी परिवार की सब्जी है जो दिखने में पत्तागोभी की तरह होता है। भारत में भी आजकल इसकी खेती होने लगी है। इसमें ग्लूकोसाइनोलेट्स, विटामिन-बी और सी, पोटेशियम, फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है। इस वजह से यह पेट की सेहत के लिए लाभदायक है। आहार विशेषज्ञ फिशर का मानना है कि ग्लूकोसाइनोलेट्स के कारण यह कैंसर के खतरे को कम करता है।  

  1. कॉफी (Coffee)

कॉफी स्वाद में कड़वी और तीखी होती है, जो लार के उत्पादन को बढ़ावा देती है। इसके अलावा यह पाचन क्रिया को तेज करता है। शोध से पता चलता है कि कॉफी में एंटीऑक्सीडेंट, क्लोरोजेनिक एसिड जैसे तत्व पाए जाते हैं। जो आपकी आंखों की रोशनी के लाभदायक है। इसके एंटीऑक्सिडेंट तत्व शरीर में सूजन से लड़ने में मदद करता है। 

  1. सेब का सिरका (Apple Cider Vinegar)

सेब सिरका स्वाद में तीखा, कड़वा होता है। यह पाचन में क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है। इसके अलावा भी एप्पल साइडर विनेगर स्वास्थ्य की दृष्टि से कई फायदे हैं। इसमें पाए जाने अम्लीय और खट्टा तत्व लार ग्रंथियों को उत्तेजित करके पाचन क्रिया को बेहतर करने में मददगार है। 

  1. क्रैनबेरी (Cranberries)

क्रैनबेरी को आम बोलचाल की भाषा में करौंदे कहते हैं। क्रैनबेरी स्वाद में कड़वा, खट्टा और बेहद तीखा होता है। जो पाचन क्रिया को ठीक करने में मदद करता है। बाजार में क्रैनबरी ज्यूस भी मिलता है। इसक नियमित सेवन से पाचन संबंधी परेशानी में मदद मिल  सकती है। यह पेट संक्रमण को ठीक करने में फायदेमंद है। 

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