रात में किया इन 3 तरह के फूड्स का सेवन, तो पेट में बनने लगता है तेजाब, जानिए इससे बचने का तरीका

डिनर आपके दिन का अंतिम भोजन होता है, पर यह जितना हल्का और सादा हो उतना ही अच्छा है। वरना ये आपकी रात की नींद बर्बाद कर सकता है।
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रात में गलत भोजन करने से पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या होती है। चित्र : एडॉबीस्टॉक
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रात के समय ऑयली भोजन, शराब, बियर, और तली हुई चीज़ों का सेवन करने से डाइजेशन सिस्टम पर नकारात्म प्रभाव पड़ता है। जबकि हमें रात के समय ऐसी चीज़ों का सेवन नहीं करना चाहिए। यह सभी चीज़ें हमारे शरीर में समस्याएं पैदा करती हैं। नींद भी पर्याप्त नहीं हो पाती। पेट में एसिडिटी और गैस से बचने के लिए जरूरी है कि डिनर में कुछ खास तरह के फूड्स को अवॉइड (Foods that cause acidity) किया जाए।

‘फिर पछताए होत का जब चिड़िया चुग गई खेत’ यह लाइन हमारे शरीर के लिए सटीक बैठती है। हमारे शरीर को कोई समस्या या बीमारी होने के पीछे गलत तरीके या गलत समय की भोजन की आदतें हैं। पौष्टिक भोजन, व्यायाम करने के बाद भी गलत समय पर गलत फूड का चुनाव कई तरह की समस्याओं का कारण बन सकता है।

क्या कहते हैं अध्ययन

पबमेड सेंट्रल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार अमेरिका के एसएएस इंस्टीट्यूट ने अध्ययन में पाया कि अधिक मसालेदार, अधिक खाने, कैफीन और कम फाइबर वाले भोजन का सेवन करने से एसिडिटी बनती है। यह तब बनता है जब पेट में गैस्ट्रिक ग्रंथी अधिक एसिड पैदा करे। रात के समय इन चीजों का सेवन इस समस्या को और ज्यादा बढ़ा सकता है।

आयुर्वेद भी करता है डिनर में ऐसे खाने की मनाही

बाजपेई क्लीनिक के मैनेजिंग डायरेक्टर और आयुर्वेदाचार्य डॉ उत्कर्ष बाजपेई कहते हैं पेट में तेज़ाब यानि एसिड या गैस बनने के पीछे हमारा खाना पान है। बेहतर खानपान के सेवन करने मात्र से शरीर को बेनिफिट नहीं मिलता है। पोष्टिक भोजन का भरपूर फायदा लेने के लिए सही समय पर सेवन करना जरूरी है।

पेट में समस्या अधिकतर गलत खानपान से होती है। पेट की समस्या हो इसके लिए पहले ध्यान देना होगा कि हम किसी प्रकार से तली, मसालेदार चीज़ों का सेवन तो नहीं कर रहे हैं। उसके बाद हमें अपने समय पर ध्यान देना होगा। नीचे कुछ फूड बताए गए हैं उसका सेवन करने से बचना चाहिए।

Raat mei spicy recipes khnnane se bachein
अत्यधिक मिर्च-मसालों से बने फूड्स को खाने से बचना चाहिए, नहीं तो आप थोड़े मुश्किल में पड़ सकते हैं। चित्र:शटरस्टॉक

यहां हैं वे फूड जिनका सेवन आपको रात के खाने में नहीं करना चाहिए

1 मीठी या कैफीन युक्त चीजें

डॉ उत्कर्ष कहते हैं रात में गलत भोजन करने से पेट में गैस या एसिडिटी की समस्या होती है। ऐसे रात के समय सोने से पहले हमें मीठे स्नैक्स का सेवन नहीं करना चाहिए। यह शरीर में ब्लड शुगर को बढ़ा सकता है। इसके अलावा कैफीन वाली चीज़ों का सेवन करने से बचना चाहिए। जैसे चाय, सोड, कॉफी या कुछ डेसर्ट में कैफीन होता है। इसके सेवन से बचना चाहिए।

2 पूड़ियां, कचौड़ियां या बर्गर

रात में गैस या एसिड की समस्या से बचाव के लिए हैवी फूड का सेवन नहीं करना चाहिए। इससे राहत पाने के लिए टायरामाइन वाले खाद्य पदार्थ का सेवन नहीं करना चाहिए। टायरामाइन सोया सॉस, टमाटर, रेड वाइन, व्हाइट सॉस में पाया जाता है। हैवी फूड का सेवन भी पेट के लिए नुकसानदायक है। रात के समय फ्राइज़, बर्गर, पिज्जा, ऑयली नॉनवेज इनका परहेज करना चाहिए।

3 स्पाइसी सॉस या फूड

चटपटा मसालेदार रात में खाने के बजाए दिन में खाने के प्रयास करें। कच्चा प्याज, व्हाइट वाइन, बियर, शराब, टोमैटो सॅास इनका सेवन पेट में दिक्कत पैदा कर सकता है। रात के समय हमेशा मसालेदार भोजन करने से बचना चाहिए। लाइट फूड का सेवन करना चाहिए, जिससे डाइजेशन पर किसी प्रकार का नकारात्मक प्रभाव न पड़े।

Raat mei spicy food na khaayein
रात में स्पाइसी फूड ट्राय करने से बचें। चित्र शटरस्टॉक।

क्या करें जब हो जाए गैस या सीने में जलन (how to get rid of gas and acidity)

डॉ उत्कर्ष कहते हैं पेट में जलन, तेज़ाब या एसिडी बनने से बचाव करने के लिए दूध की बजाए हर्बल चाय का सेवन कर सकते हैं।

इसके अलावा लौंग को चबाने से भी एसिडी बनने से रोका जा सकता है।

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आंवले को काला नमक के साथ, उबालकर या मुरब्बा के रूप में या जूस के तौर पर सेवन करने से भी आराम मिलता है।

आप चाहें तो आंवला के साथ एलोवेरा का जूस मिक्स करके पी सकते हैं। इससे भी पेट की गैस में राहत मिलती है।

पेट में जलन होने पर तुलसी की पत्तियों को चबाने से आराम मिल सकता है।

चोकर वाले आटे की रोटी का सेवन भी करना चाहिए।

इलायची, जीरे का पानी, अजवायन को तवे में भूनकर, भोजन करने के बाद गुड़ का सेवन करने से पेट में तेज़ाब की समस्या में राहत पाई जा सकती है।

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लेखक के बारे में

कानपुर के नारायणा कॉलेज से मास कम्युनिकेशन करने के बाद से सुमित कुमार द्विवेदी हेल्थ, वेलनेस और पोषण संबंधी विषयों पर काम कर रहे हैं। ...और पढ़ें

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