वर्कप्लेस पर खुश रहना है तो गांठ बांध लें ये 7 बातें, नहीं होगा काम का स्ट्रेस

अगर हर मंडे ऑफिस पहुंचने से पहले ही आपके पेट में गुड़गुड़ और सिर में दर्द होने लगता है, तो इसका मतलब है कि आप वर्कप्लेस स्ट्रेस से पीड़ित हैं। यहां हम ऐसे 7 टिप्स दे रहे हैं, जो आपको अपने ऑफिस में भी खुश रहने में मदद करेंगे।
Workplace par kaise rahein khush
कार्यक्षेत्र पर सफल होने के लिए अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा करें। दरअसलए अगर आप खुद पर विश्वास करेंगेए तभी कोई दूसरा आप पर अपना भरोसा जता पाएगा। चित्र: अडोबी स्टॉक
ज्योति सोही Updated: 6 Feb 2023, 14:18 pm IST
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हमारी लाइफ में वर्कप्लेस भी उतना ही ज़रूरी है, जितना हमारा घर। सुबह जल्दी जल्दी तैयार होकर ऑफिस आना, फिर शाम को घर जाने की जल्दबाजी। घर जाकर भी कहीं न कहीं ऑफिस वर्क की चिंताओं (Office work stress) से मुक्त नहीं हो पाते हैं। इस टैंशन (tension) को खुशी में बदलने के लिए कुछ खास तरीकों को अपनाना बेहद ज़रूरी है। इसके लिए अपनी तुलना अन्य एम्प्लाइज से करने से बचें। इसके अलावा खुद में बदलाव लेकर आना ज़रूरी है। आइए जानते हैं, वर्कप्लेस पर खुश रहने के इन आसान तरीको के बारे में (Best ways to be happy at workplace) ।

ऑफिस लाइफ को हेल्दी और हैप्पी (Happier and healthier office life) बनाने के लिए इस बारे में राजकीय मेडिकल कालेज हल्दवानी में मनोवैज्ञानिक डॉ युवराज पंत बताते हैं  कि खुद पर काम करना बेहद ज़रूरी है। जहां आप अपनी कमियों को ढूढकर ठीक करें, तो वहीं अपनी इच्छाओं की भी अनदेखी न करे। वर्कप्लेस पर हर किसी के मांईड सेट को समझकर आगे बढ़ना बेहद ज़रूरी है। जानें कैसे लाएं खुद में बदलाव।

kya hai stress ka kaaran
कार्यक्षेत्र पर सफल होने के लिए अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा करें। दरअसल, अगर आप खुद पर विश्वास करेंगे, तभी कोई दूसरा आप पर अपना भरोसा जता पाएगा। चित्र: शटरस्टॉक

1.तनाव को करें कंट्रोल

ऑफिस में तनाव होना एक आम बात है। दिनभर काम के साथ साथ मीटिंग्स( meetings), डिस्कशंस(Discussions) और एक के बाद एक प्रोजेक्टस मिलना तनाव का कारण बन सकता है। हांलाकि इस वजह से हमारे अंदर कहीं न कहीं ऊर्जा का संचार होता है और सर्तकता भी बढ़ती है। फिर भी बतौर एम्पलॉई आपको इस बात को समझना होगा कि काम का दूसरा नाम सट्रैस है। जो कहीं न कहीं हमारी ग्रोथ का एक अहम फैक्टर साबित होता है।

2. पॉजिटिव लोगों की संगत में रहें

ऐसा देखा गया है कि अगर आप नियमित तौर पर नकारात्मक लोगों से घिरे रहते हैं, तो उनका ऑरा आप पर भी नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। ऐसे में हर वक्त खुश रहे और ऐसे लोगों से मेलजोल को बढ़ाएं, जो दिनभर पॉजिटिव रहते हैं। उन लोगों के बीच बैठे, जिनके अंदर दूसरों के प्रति जैलेसी या जलन की भावना न हो।

3. बुराई करने से बचें

अगर आपको किसी की कोई भी बात अच्छी न लगी हो, तो उसे वहीं पर छोड़ दें। मन में उसे बैठाना और बार बार उसी बात पर विचार करना आपको अंदर से खोखला कर सकता है। इसके अलावा अन्य क्लीग्स से किसी और की बात को शेयर करना आपकी छवि को औरों की नज़र में खराब करने का काम करता है।

4. आत्मविश्वास है ज़रूरी

कार्यक्षेत्र पर सफल होने के लिए अपने अंदर आत्मविश्वास पैदा करें। दरअसल, अगर आप खुद पर विश्वास करेंगे, तभी कोई दूसरा आप पर अपना भरोसा जता पाएगा। अगर आप हर समय परेशान और नर्वस रहेंगे, तो आपको कोई अपने प्रोजेक्ट में आसानी से इनवाल्व करने से बचेगा। ऐसे में अपने अंदर आत्मविश्वास को जगाएं और इस बात को अपने अंदर भर लें कि आप हर काम कर सकते हैं।

office work environment
ऐसे लोगों से मेलजोल को बढ़ाएं, जो दिनभर पॉजिटिव रहते हैं। चित्र:शटरस्टॉक

5. लर्निंग से पीछे न हटें

कुछ सालों के एक्सपीरिएंस के बाद अक्सर लोगों को लगने लगता है कि हमें सब कुछ आ गया और अब हमें कोई कुछ नहीं सिखा सकता। ये एटीटयूट आपके लिए परेशानी का कारण साबित हो सकता है। वर्कप्लेस पर आगे बढ़ने और खुश रहने के लिए आपके अंदर हर वक्त कुछ नया सीखने की ललक होना ज़रूरी है। लर्निंग आपको अन्य लोगों के करीब लेकर जाती है। साथ ही सीनिया और जूनियर के मध्य फांसलें भी सीखने की प्रवृत्ति के कारण कम होने लगते हैं।

6. काम के प्रति सतर्क

अगर आप अटैंटिव हैं और अपने काम के प्रति सतर्क हैं, तो वर्कप्लेस पर छोटी मोटी चिंताएं आपको परेशान नहीं कर पाती है। अपने वर्क को इमानदारी से करना और शार्टकट न अपनाना आपके काम की क्वालिटी को बढ़ाने का काम करता है।

7. क्रिएटिविटी है ज़रूरी

अगर आपके पास नए आइडियाज़ है और आप काम करने के तरीकों को आसान बनाने के लिए प्रयासरत रहते है, तो ऐसे में आप अपने सानियर्स के प्रभावक्षेत्र में बने रहते है। उनसे मीटिंग के दौरान नए आइडियाज़ शेयर करें। इससे आपकी मौजूदगी का हर दम एहसास होने लगता है। नवीन तरीकां से काम को करना न केवल वर्क प्रोडक्टिविटी को बढ़ाता है बल्कि काम को आसान करता है। नई तकनीक के इस्तेमाल से काम को बेहतर बनाने के लिए प्रयासरत रहें।

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लेखक के बारे में

लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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