दांत निकलने के दौरान बेबी को हो रही है परेशानी, तो इस तरह दें उसे राहत

कुछ बच्चों में दांतो का निकलना थोड़ा तकलीफ देय हो सकता है तो आइए बताते है आपको कैसे रखना है अपने टीथिंग बेबी का ख्याल
teething baby ke dard ko kaise shant karein
कई बार बच्चे को दांंत निकलते समय ज्यादा परेशानी होती है। चित्र अडोबी स्टॉक
संध्या सिंह Published: 3 Mar 2023, 19:47 pm IST
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कुछ बच्चों को दांतो के निकलने के समय दर्द होता है, तो कुछ को ये दर्द नहीं भी होता है। बच्चे के दांत 4 से 7 महीने के अंदर निकलना शुरू हो जाते है तो कई बच्चों को इसमें समय लगता है, जो की सामान्य है। कई बार बच्चे को दांंत निकलते समय ज्यादा परेशानी होती है। जिससे माता पिता परेशान होते हैं, तो आइए बताते हैं आपको इसके कारण और इसे कैसे कम (how to help teething baby) किया जा सकता है।

सबसे पहले नीचे के दांत निकलते है फिर ऊपर के दो दांत दिखाई देते है। आमतौर पर ये प्रक्रिया 6 महीने तक शुरू हो जाती है। जब बच्चे के दांत निकलने वाले होते है तो उसके कुछ लक्षण हमे दिखाई देने लगते है। जिसमें मुंह से लार आना, चीजों को चबाना, मसूड़ो में दर्द होना, चिड़चिड़ापन, शरीर का तापमान थोड़ा बढ़ जाना ये चीजे सामन्य चीजें बच्चे के दांत निकलने के साथ शुरू हो जाती है।

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दांत निकलने के दौरान इस तरह दें अपने बेबी को राहत

1 बच्चे के मसूड़ो को हल्की मसाज दें

मायो क्लिनीक के अनुसार अगर आपका बच्चा दर्द के रो रहा है या उसके मसूड़ो में ज्यादा सूजन है तो अपने हाथों का साफ उंगली से उसके मसूड़ो को हल्का रगड़ें। उंगली की जगह आप किसी पट्टी का उपयोग भी कर सकती है. थोड़ा सा दबाव आपके बच्चे को दर्द के कम करेगा और आराम महसूस कराएगा।

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बच्चे को राहत दिलाने के लिए उसे कोई ठंडी चीज दे सकते हैं। चित्र अडोबी स्टॉक

2 ठंडी चीजें देंगी राहत

बच्चे को राहत दिलाने के लिए उसे कोई ठंडी चीज दे सकते हैं। लेकिन जमी हुई फ्रोजन वस्तु न दें। बच्चे को टीथिंग रिंग भी खेलने के लिए दे सकती हैं, जिससे उसको आराम मिलेगा। किसी साफ कपड़े को फ्रिज में रखकर ठंडा कर लें और यह कपड़ा बच्चे को चबाने के लिए दें इससे भी बच्चे को आरामदायक अनुभव होगा।

3 डॉक्टर की बताई दवाएं

मायो क्लिनिक के अनुसार आगर बच्चे को ज्यादा दर्द हो रहा है तो डॉक्टर की सलाह के बाद उसको कुछ ओवर द काउंटर दवा दी जा सकती है जैसे एसिटामिनोफेन (टाइलेनॉल, अन्य) या इबुप्रोफेन (एडविल, मोट्रिन, अन्य)। लेकिन इन दवाओं को लेने से पहले अपने डॉक्टर से अच्छी तरह से सलाह लें ताकि अपके बच्चे को इससे कोई परेशानी न हो।

4 मसूड़ों को साफ करें

बच्चे के मसूड़ो को एक दिन में दो बार जरूर साफ करें ये बच्चे के दांतो के लिए बहुत जरूरी है। सुबह कुछ खिलाने के बाद और रात में सोने से पहले दांतो को साफ करें इसके लिए आप एक सूती कपड़ा लें उसे पानी से गीला करें और बच्चे के मसूड़ो पर रगड़े इससे बच्चे के मुंह में जो भी खाना होगा वो निकल जाएगा और बैक्टिरिया भी पैदा नहीं होंगे।

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5 डॉक्टर के परामर्श से चुनें ब्रश

जब बच्चे के पहले दो दांत दिखाई दें तो, एक छोटे मुलायम ब्रिसल वाले टूथब्रश को उसके दांतो को साफ करने के लिए इस्तेमाल करें। जब तक बच्चा थूकना नही सीखता है तब तक टूथब्रश पर एक चावल के दाने जितना ही टूथपेस्ट लगाएं। 3 साल की उम्र तक ही बच्चा थूकना सीखता है। जब बच्चा थूकना सीख जाए तो आप थोड़ा पेस्ट बढ़ा सकते है।

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बच्चे के मूंह में दूध की बोतल के साथ न सुलाएं। चित्र अडोबी स्टॉक

6 दूध के दांतों का भी रखना होगा ख्याल

बच्चे के पहले दांत दूध के होते हैं, जो टूट जाते हैं। इसका मतलब ये नहीं है कि उसकी देखभाल न की जाए। दूध के दांतों की भी उतनी ही देखभाल करनी होती है, जितनी देखभाल नाॅर्मल दातों की करनी पड़ती है। इसलिए ये जरूरी है कि बच्चे को डेंटल चेक अप के लिए ले जाया जाए क्योंकि बच्चे के स्वस्थ्य दांतो के लिए ये जरूरी है।

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7 मुंह में न लगी रहे दूध की बोतल

बच्चे के दांतो को सड़न से बचाने के लिए आप एक बात का ध्यान रखें कि बच्चे के मूंह में दूध की बोतल के साथ न सुलाएं। इससे ज्यादा लंबे समय तक दूध के दांतो के संपर्क में रहने से बच्चे के दांतो में कैवेटी का खतरा बढ़ सकता है।

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लेखक के बारे में

दिल्ली यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट संध्या सिंह महिलाओं की सेहत, फिटनेस, ब्यूटी और जीवनशैली मुद्दों की अध्येता हैं। विभिन्न विशेषज्ञों और शोध संस्थानों से संपर्क कर वे  शोधपूर्ण-तथ्यात्मक सामग्री पाठकों के लिए मुहैया करवा रहीं हैं। संध्या बॉडी पॉजिटिविटी और महिला अधिकारों की समर्थक हैं। ...और पढ़ें

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