Below the belt : आपके निचले हिस्से को है इस समय ज्यादा देखभाल की जरूरत, ये 5 टिप्स हो सकते हैं मददगार

बिलो द बेल्ट, भले ही खराब मुहावरों और जोक्स के लिए इस्तेमाल किया जाता हो, पर जब बात इंटीमेट हाइजीन की आती है, तो इस हिस्से पर खास ध्यान देना जरूरी है।
intimate health ka khyaal rakhein
मानसून में कैसे रखें अपने इंटीमेट हेल्थ का ख्याल. चित्र : शटरस्टॉक

बरसात का मौसम अपने साथ कई तरह की समस्याएं लाता है। वातावरण में नमी और ह्यूमिडिटी के कारण शरीर में पसीना ठहरने लगता है। यह पसीना शरीर में कई तरह की समस्याओं को जन्म देने लगता है। ऐसे में खुजली, रैशेज और जलन होना आम बात है। यह समस्याएं शरीर के किसी भी अंग पर हो सकती हैं और आपको असहज महसूस करा सकती हैं। मगर अक्सर हम अपनी अपर बॉडी का ख्याल रखते हैं और लोअर बॉडी को भूल जाते हैं।

हम अपने ऊपरी शरीर के हिस्सों की अच्छी केयर करते हैं। जैसे अपने हाथों, कंधे, गले और चेहरे को हम अच्छे से साफ करते हैं, मॉइस्चराइज करते हैं और नहाने के दौरान भी इन्ही जगहों को रगड़ते हैं, ताकि शरीर में से बदबू न आए। मगर हमारी लोअर बॉडी का क्या? यदि गौर किया जाए तो सबसे ज़्यादा देखभाल हमारे इंटीमेट एरिया को ही चाहिए होती है।

थोड़ी सी भी गंदगी या इन्फेक्शन की वजह से हमारा वेजाइनल एरिया सबसे ज़्यादा और जल्दी प्रभावित होता है। मानसून में हमें सबसे ज़्यादा अपनी इंटीमेट हेल्थ का ख्याल रखना चाहिए।

तो चलिये जानते हैं कि आप किस तरह से अपने हाईजीन का ख्याल रख सकती हैं।

1 अपने प्यूबिक एरिया को साफ रखें

जब सही हाइजीन की बात आती है तो आपको सबसे पहले इस बार पर ध्यान केन्द्रित करना चाहिए कि आपका वेजाइनल एरिया या प्यूबिक एरिया साफ है कि नहीं। सबसे पहले तो हर रोज़ नहाएं और अपने प्युबिक हेयर को ट्रिम करें। बालों की वजह से पसीना भी ज़्यादा आता है।

2 इंटीमेट एरिया को साफ और सूखा रखें

मानसून के दौरान नमी में वृद्धि से योनि में पीएच स्तर कम हो जाता है, जिससे महिलाओं को योनि संक्रमण होने का खतरा रहता है। मानसून के दौरान, योनि की अच्छी स्वच्छता बनाए रखना ज़रूरी है। बस अपने योनी को साफ पानी और साबुन से धो लें। डूशिंग से बचने की कोशिश करें। किसी भी संक्रमण की संभावना से बचने के लिए मानसून के मौसम में योनि क्षेत्र को सूखा और साफ रखना महत्वपूर्ण है।

aap in tariko se dark vagina ko halka bana sakti hain
योनि की साफ-सफाई पर ध्यान देना उतना ही जरूरी है, जितना शरीर के बाकी अंगों की। चित्र:शटरस्टॉक

3 वेजाइनल एरिया को मॉइस्चराइज करें

जैसे आपके हाथ – पौरों को मॉइस्चराइजेशन की ज़रूरत होती है, ठीक उसी तरह आपके वेजाइनल एरिया को भी मॉइस्चराइज करना ज़रूरी है। यदि आप ऐसा नहीं करेंगी तो आपको ड्राइनेस, जलन, खुजली आदि जैसी समस्याएं आ सकती हैं।

4 मेंसट्रुअल हाइजीन का ख्याल रखें

बरसात के मौसम के दौरान, किसी भी तरह के संक्रामण को रोकने का सबसे अच्छा तरीका हर चार घंटे में सैनिटरी पैड, हर दो घंटे में टैम्पोन और हर आठ घंटे में मेंसट्रूअल कप को बदलें। रसायनों वाले वेट वाइप्स के बजाय सूखे वाइप्स का उपयोग करके अपने योनि क्षेत्र को सूखा रखें। हमेशा आगे से पीछे की तरफ पोछें और अतिरिक्त नमी को दूर रखने के लिए सादे टॉयलेट पेपर का उपयोग करें।

5 टाइट कपड़े और सिंथेटिक अंडरवियर न पहनें

स्किनी जींस, टाइट शॉर्ट्स या टाइट अंडरवियर पहनने से बचना चाहिए, लेकिन मानसून के मौसम में यह विशेष रूप से महत्वपूर्ण है। क्योंकि टाइट कपड़ों के साथ उच्च स्तर की नमी के कारण अत्यधिक पसीना आ सकता है। तंग कपड़ों और नमी की वजह से चकत्ते, योनि में संक्रमण और मूत्र पथ के संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। इसलिए, सूती अंडरवियर पहनना फायदेमंद होता है जो आरामदायक होते हैं और जल्दी सूख जाते है।

यह भी पढ़ें : साथ खाने, बर्तन शेयर करने और चूमने से भी फैल सकते हैं नोरो और रोटा वायरस 

  • 130
लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख