काम के दौरान हेल्दी मंचिंग की आदत अपनाकर रहें एक्टिव और हैप्पी

काम करते हुए की जाने वाली हेल्दी स्नैकिंग में कॉन्ट्रास्ट फलों और सब्जियों को शामिल करना आपको एक्टिव और आपके मूड को खुशनुमा रखेगा
healthy snacking
हेल्दी स्नैकिंग आपके मुदद को भी सुधारती है,, चित्र:शटरस्टॉक
शालिनी पाण्डेय Updated: 20 Oct 2023, 09:06 am IST
  • 120

जब मैं छोटी थी मेरी मां पढने के समय कुछ न कुछ खाने को लाकर, मेरी पढ़ने की मेज पर रख देतीं थीं। वे हमेशा कहती थीं कि हम जो खाते हैं वह हमारे जीवन के सभी पहलुओं को प्रभावित करता है, और भोजन उन सभी पोषक तत्वों का स्रोत है जो हमारे शरीर को अच्छी तरह से संचालित करने के लिए आवश्यक है। किसी भी विकार या बीमारियों से बचने के लिए स्वस्थ भोजन करना महत्वपूर्ण है। यह हमारे स्वास्थ्य प्रणालियों को उनके काम करने के तरीके को अनुकूलित करने के तरीकों में बेहतर बनाने में भी मदद करता है। कुछ खाद्य पदार्थ अच्छे gut बैक्टीरिया को बनाए रखने में मदद करते हैं। डाइट में ऐसे भोजन को शामिल करना चाजिए जो न्यूरॉन्स को बढ़ाता है । इसका अर्थ है कि आपको सब्जियों और पोषक तत्वों से भरपूर संतुलित आहार लेना चाहिए। भोजन में अलग अलग खाद्य पदार्थ शामिल करें, जैसे सफेद चावल, पास्ता और ब्रेड को साबुत अनाज से बनी चीज़ें। यह आपके शरीर में फाइबर को बढ़ाने में मदद करता है, जो पाचन में सहायता करता है। काम करते हुए हेल्दी मंचिंग आपके स्वास्थ्य, मूड मेंटल हेल्थ सबको सुधार सकती है (Healthy munching is good for mental health)। 

गट इंस्टिंक्ट (gut instinct)

शोध से पता चला है कि हमारी आंत बता सकती है कि हम कैसा महसूस कर रहे हैं; अगर हम तनाव में हैं, तो यह तेज या धीमा काम कर सकता है। हमारे पेट के लिए स्वस्थ भोजन में फल, सब्जियां, बीन्स और प्रोबायोटिक्स शामिल हैं। हेल्दी स्नैक्स/भोजन खाने से “अच्छे” बैक्टीरिया के विकास को बढ़ावा मिलता है, जो कार्यस्थल पर आपकी प्रोडक्टविटी को बढ़ने में मदद कर सकता है, इससे आपको आलस या थका हुआ महसूस नहीं होगा। ध्यान रहे कि चिप्स के बजाय नट्स, सीड और कलरफुल सब्जियों से भरा एक साइड सलाद का बाउल चुनें। मेरी मां मुझे मिक्स फ्रूट खिलाया करती थीं जिसमें तमाम मौसमी फ्रूट्स पर वे ज़रा सी कुटी हुई काली मिर्च ज़रूर डालती थीं। जिसकी वजह थी काली मिर्च के कारण होने वाला स्पीडी डाइजेशन जो फलों के फायदे को दोगुना कर देती थी।

पाचन तंत्र को दुरुस्‍त रखने के लिए एक्टिवेटेड चारकोल का इस्‍तेमाल किया जा सकता है। चित्र: शटरस्‍टॉक
हेल्दी मचिंग आकी गट हेल्थ का भी ध्यान रखती है । चित्र: शटरस्‍टॉक

न्यूरॉन्स को ट्रिगर करना

सही पोषण हमारे मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करता है, यह हमें स्पष्ट रूप से सोचने और अएक्टिव महसूस करने में मदद कर सकता है। यह एकाग्रता और फोकस टाइम में भी सुधार करता है। इसके विपरीत पोषक आहार पर्याप्त न हो तो सोचने, समझने और निर्णय लेने में भी दिक्कत हो सकती है साथ ही प्रतिक्रिया देने का समय धीमा हो सकता है। पोषण विशेषज्ञ मानते हैं कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए आहार उतना ही महत्वपूर्ण है जितना कि शारीरिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। एक अनहेल्दी डाइट किसी भी आयु वर्ग के व्यक्तियों के भीतर अवसाद और चिंता जैसी समस्याएं पैदा हो सकती हैं,शरीर को विभिन्न प्रकार के कार्बोहाइड्रेट, प्रोटीन और खनिजों की आवश्यकता होती है। इनमें से अधिकांश पोषक तत्व मानसिक कार्यप्रणाली में सुधार करते हैं। जब भी काम करने बैठें सूखे भुने क्रिस्पी मखाने खाएं. एक कप गर्म दूध भी आपको फुल और एक्टिव रख सकता है। 

फूड-मूड कनेक्शन (Food mood connection)

 हाल में फ़ूड इफेक्ट्स ऑन मेंटल हेल्थ पर हुए अधिकांश शोध यह कहते हैं कि भोजन आपके मानसिक स्वास्थ्य के लिए बहुत मायने रखता है। एक स्वस्थ या संतुलित नाश्ते में फल और सब्जियां, साबुत अनाज, कम वसा वाले डेयरी उत्पाद, लीन प्रोटीन या सीमित मात्रा में सोडियम, गुड फैट और चीनी की भी संतुलित मात्रा होनी चाहिए। आपके खाने के विकल्प आपके मूड और मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में मदद कर सकते हैं, जिसे फूड-मूड कनेक्शन के रूप में भी जाना जाता है।  यही वजह है कि भारतीय परम्परा का कोई भी सेलीब्रेशन या त्यौहार खाने के बिना अधूरा रहता है। सीधी बात है कि अगर आपका मूड अच्छा होगा तो आप काम भी बेहतर कर पाएंगी।

यह भी पढ़ें: ब्रा के बारे में टीनएज लड़कियों को बतानी चाहिए ये जरूरी बातें

  • 120
लेखक के बारे में

...और पढ़ें

अगला लेख