आपकी डायबिटीज को कंट्रोल करने में भी मददगार है रसोई में मौजूद यह मसाला

कई आयुर्वेदिक विशेषज्ञों के अनुसार मधुमेह रोगियों को अपने घर में मेथी दाना का भंडार जरूर रखना चाहिए। यह रक्त शर्करा को नियंत्रित करता है।
Diabetes mein methi use kare
मेथी के रोज इस्तेमाल करने पर 7 दिन के अंदर फायदा दिखने लगता है। चित्र: शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Updated: 29 Oct 2023, 19:27 pm IST
  • 120

डायबिटीज एक मेटाबॉलिक रोग है, जो शरीर में रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ाता है। इस बीमारी को पूरी तरह से खत्म करना संभव नहीं है। लेकिन डाइट, एक्सरसाइज और घरेलू उपचार की मदद से आप इसे नियंत्रित कर सकती हैं। डायबिटीज पूरी लाइफस्टाइल को बदल देती है। ऐसे में आपको मीठे के अलावा कई चीजों का परहेज करना पड़ता है। पर शुक्र है कि हमारी दादी-नानी को कई ऐसी औषधियों को पता था, जो इस जटिल बीमारी को भी कंट्रोल कर सकती हैं। मेरी मम्मी की रसोई में ऐसा ही एक जादुई मसाला है। हैरान न हो, हम बात कर रहे हैं मेथी दाना की। ये गहरे  पीले रंग के बीज असल में शुगर लेवल को कंट्रोल कर सकते हैं। 

मम्मी मानती हैं कि जामुन के बीज से लेकर मेथी के दाने तक घरेलू उपचार बिना किसी साइड इफेक्ट के काम करते हैं। शुगर के लिए मेथी दाना भी ऐसा ही एक प्रभावी उपाय है ! भारतीय रसोई में मसाले से लेकर स्किन और हेयर केयर ट्रीटमेंट में उपयोग करने तक, मेथी दाने के कई फायदे है। जानिए कैसे डायबिटीज को नियंत्रित करता है मेथी। 

मेथी और मधुमेह

मधुमेह वाले लोगों के लिए मेथी के बीज मददगार हो सकते हैं। बीजों में फाइबर और अन्य रसायन होते हैं, जो पाचन को धीमा कर सकते हैं और शरीर में कार्बोहाइड्रेट और चीनी का अवशोषण कर सकते हैं। मेथी के बीज इंसुलिन के लेवल को भी कंट्रोल करते हैं। 

diabetes ke mareezon ke liye faydemand hai methi ki chai
डायबिटीज के मरीजों के लिए फायदेमंद है मेथी की चाय। चित्र : शटरस्टॉक

क्या कहते हैं अध्ययन? 

कुछ अध्ययन मेथी को कुछ शर्तों के लिए एक प्रभावी उपचार के रूप में समर्थन करते हैं। इनमें से कई अध्ययन मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा को कम करने की बीज की क्षमता पर ध्यान केंद्रित करते हैं।

2009 के एक छोटे से अध्ययन में पाया गया कि 10 ग्राम मेथी के बीजों को गर्म पानी में भिगोने की दैनिक खुराक टाइप 2 मधुमेह (Type 2 diabetes) को नियंत्रित करने में मदद कर सकती है। वहीं  2009 के ही एक और अध्ययन में मेथी के आटे से बनी रोटी खाने से टाइप 2 मधुमेह वाले लोगों में इंसुलिन प्रतिरोध कम हो सकता है।

इंटरनेशनल जर्नल फॉर विटामिन एंड न्यूट्रिशन रिसर्च में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया कि 10 ग्राम मेथी के बीजों को गर्म पानी में भिगोने से टाइप -2 मधुमेह को नियंत्रित करने में मदद मिल सकती है। मेथी दाना पानी (Methi water) मधुमेह वाले लोगों में रक्त शर्करा को कम करने की क्षमता रखता है। इसमें फाइबर होता है और यह पाचन प्रक्रिया को धीमा करने में मदद करता है। 

यह आगे कार्बोहाइड्रेट और चीनी के अवशोषण को नियंत्रित करता है। मेथी का पानी आपके शरीर द्वारा चीनी का उपयोग करने के तरीके को बेहतर बनाने में भी मदद करता है। आप मेथी के पानी को अन्य जड़ी-बूटियों और मसालों के साथ मिला सकते हैं। जो रक्त शर्करा को भी प्रबंधित करने के लिए जाने जाते हैं।

स तरह मेथी को बनाएं अपनी डाइट का हिस्सा 

Methi ke daane aapko diabetes se raahat dete hai
मेथी के दाने आपको डायबिटीज से राहत देते है। चित्र: शटरस्टॉक

मेथी के बीज में कड़वा, अखरोट जैसा स्वाद होता है। वे अक्सर मसाला मिश्रणों में उपयोग किए जाते हैं। भारतीय व्यंजनों में इनका उपयोग करी, अचार और अन्य सॉस में किया जाता है। आप मेथी की चाय भी पी सकते हैं या दही के ऊपर मेथी का पाउडर छिड़क सकते हैं। सूखा आंवला  पाउडर, हल्दी और मेथी के दानों का चूर्ण बराबर मात्रा में लें। इस मिश्रण का एक चम्मच दिन में तीन बार पानी के साथ लेने से मधुमेह दूर होता है। 

यदि आप सुनिश्चित नहीं हैं कि मेथी का उपयोग कैसे करें, तो अपने आहार विशेषज्ञ से इसे अपने डायबिटिक डाइट में शामिल करवाएं। 

डायबिटीज में रखें इन बातों का ख्याल 

मधुमेह के निदान के साथ जीवन की उच्च गुणवत्ता बनाए रखने के लिए अपने रक्त शर्करा को सामान्य स्तर पर रखना आवश्यक है। आप जीवनशैली में बदलाव करके अपने शरीर को स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं, जिसमें शामिल हैं:

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें
  • कम से कम प्रिजर्व्स खाद्य पदार्थ और उच्च मात्रा में फाइबर, जैसे कि साबुत अनाज, सब्जियां और फलों के आहार का सेवन करना। 
  • प्रोटीन स्रोत और स्वस्थ वसा चुनना और अत्यधिक फ्रोजन मांस का परहेज करना। 
  • अत्यधिक मात्रा में मीठे कार्बोहाइड्रेट वाले खाद्य पदार्थों और मीठे पेय पदार्थों से परहेज करना।
  • दिन में कम से कम आधा घंटा और सप्ताह में 5 दिन सक्रिय रहना।

अपने आहार, जीवन शैली या दवाओं में कोई भी बदलाव करने का प्रयास करने से पहले आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। इससे सही गतिविधि और उपचार में मदद मिलती है। 

यह भी पढ़ें: लूज़ मोशन हो गए हैं? तो दवा से पहले आजमाएं मम्मी के बताए ये 5 घरेलू नुस्खे

  • 120
लेखक के बारे में

फिटनेस, फूड्स, किताबें, घुमक्कड़ी, पॉज़िटिविटी...  और जीने को क्या चाहिए ! ...और पढ़ें

अगला लेख