क्या आप बिना मेयोनीज़ के अपने पसंदीदा बर्गर, सैंडविच की कल्पना कर सकते हैं? मेयोनीज़ का ट्रेंड आज कल बहुत तेजी से युवाओं के बीच प्रचलित हो रहा है। बर्गर, मोमोज, सैंडविच किसी भी चीज के साथ मेयोनीज़ को शमिल की जाती है। लेकिन क्या आपकी सेहत के लिए ये वाकई हेल्दी है? हेल्थ शॉट्स के इस लेख में जानने की कोशिश करते हैं कि क्या होता है जब आप लगातार करते हैं मेयोनीज (side effects of too much mayonnaise) का सेवन।
मेयोनीज़ तेल, अंडे की जर्दी और अम्लीय पदार्थ जैसे नींबू का रस या सिरका मिलाकर तैयार किया जाता है। स्वाद को बढ़ाने के लिए कुछ और फ्लेवर भी डाले जाते हैं। जैसे नमक, मिर्च और फिर इन सभी चीजों को तब तक फेंटा जाता है, जब तक कि ये एक गाढे़ क्रीमी पेस्ट में न बदल जाए।
असल में मेयोनीज़ में वसा काफी मात्रा में होती है। इसलिए ये आपके शरीर में कैलोरी के इनटेक को बहुत बढ़ा देती है। अगर आप इसकी मात्रा का ध्यान नहीं रखेंगे तो आप मोटापे का शिकार हो सकत है।
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कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि मेयोनीज़ को घर पर कच्चे अंडे से बनाया जाता है, जिसे ठीक से संग्रहित नहीं करने पर वह बैक्टीरिया का घर बन जाता है। बाजारों में मिलने वाले मेयोनिज़ को प्रिजचर्वेटीव डालकर संरक्षित किया जाता है। लेकिन फिर भी इसमें वसा काफी मात्रा में होता है जो कि स्वास्थ्य के लिए बिल्कुल अच्छा नहीं है।
मेयोनेज़ को इमल्सीफिकेशन की प्रक्रिया से तैयार किया जाता है। इसमें तल, अंडे की जर्दी और सिरके या नींबू के रस को आपस में मिलाया जाता है। कई बार अगर मेयोनिज़ को सही से तैयार नहीं किया गया तो यह बैक्टिरिया के पनपने और प्रजनन की जगह बन सकती है। मेयोनीज़ को बनाने के लिए तेल का इस्तेमाल किया जाता है जो इसमें वसा की मात्रा को बढ़ाता है। 1 चम्मच मोयोनीज़ में 95 कैलोरी होती है, अगर आप वजन घटा रहे हैं तो मेयोनिज़ का सेवन आपकी मेहनत पर पानी फेर सकता है।
मेयोनीज़ को कच्चे अंडे से तैयार किया जाता है। कच्चे अंडे को किसी भी अम्लीय पदार्थ के साथ मिलाकर ज्यादा देर तक रक दिया गया तो उसमें सल्मोनेला बैक्टिरिया पैदा हो जाते है। इसकी वजह से पेट में दर्द, बुखार, उल्टी, दस्त हो सकते है। फूड प्वाइजनिंग कई बार लोगों की मौत का भी कारण बनता है। इसलिए हाल ही में केरल में मेयोनेज़ पर बैन भी लगा दिय गया है।
बाजार में मिलने वाले मेयोनीज़ को सोयाबीन के तेल, कोर्न ऑयल और बहुत आलग तेलों से बनाया जाता है। इन सभी में ओमेगा 6 व फैट पाया जाता है ओमेगा 6 फैट के साथ ओमेगा 3 फैट की भी शरीर को जरूरत होती है तभी आपका शरीर स्वस्थ रहेगा। बाजार में मिलने वाला मेयोनिज़ जो की काफी प्रोसेसड होता है इससे हृदय रोग, कुछ कैंसर, टाइप 2 मधुमेह और ऑस्टियोपोरोसिस जैसा कई बिमारियों का जोखिम बढ़ जाता है।
मेयोनेज़ में काफी मात्रा में कोलेस्ट्रॉल पाया जाता है। कोलेस्ट्रॉल का ज्यादा सेवन अपके शरीर की धमनियों में जमा हो जाता है। जो हार्ट से पूरे शरीर में ऑक्साजन यूक्त खून को ले जाती है। कोलेस्ट्रॉल का धमनियों में जमने से हार्ट की समस्या और स्ट्रोक का खतरा पैदा हो सकता है।
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कस्टमाइज़ करेंअगर आप गैस्ट्राइटिस के मरीज है तो आपकी मेयोनेज़ का सेवन करने से बचने की जरूरत है क्योंकि अधिक मात्रा में मेयोनेज़ में सोडियम की मात्रा अधिक होती है जिसके सेवन से शरीर में सोडियम की मात्रा बढ़ती है जिससे पेट में जलन और संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है।
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