अर्थराइटिस के पुराने दर्द का भी उपचार कर सकता है एक्यूपंक्चर, जानिए इसके बारे में सब कुछ

वैकल्पिक चिकित्सा आपके समग्र स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करती है। इसी का एक हिस्सा है एक्यूपंक्चर, जो आपको गंभीर और पुराने दर्द से भी राहत दिला सकती है।
acupuncture chronic pain me bhi apki madad kar sakta hai
एक्यूपंक्चर गंभीर रोगों के इलाज में भी अपके काम आ सकता है। चित्र: शटरस्टॉक
मोनिका अग्रवाल Updated: 30 Oct 2023, 12:00 pm IST
  • 92

एक्यूपंक्चर हजारों सालों से उपयोग होता रहा है। लेकिन इससे मिलने वाले लाभ के बारे में धीरेधीरे लोगों को पता चल रहा है। इस तरह के इलाज में दवाएं शामिल नहीं होती हैं। यह एक सुरक्षित, दवा से मुक्त इलाज का तरीक होता है। कई रिसर्च से पता चला है कि एक्यूपंक्चर घुटने के दर्द, पुराने ऑस्टियोआर्थराइटिस, पीठ के निचले हिस्से में दर्द और गर्दन के दर्द से राहत दिलाने में काफी प्रभावी है।

क्या कहते हैं दर्द के आंकड़े

विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार भारत में हर छह में से एक व्यक्ति किसी किसी रूप में अर्थराइटिस से पीड़ित है। यह आंकड़ा कुल जनसंख्या का लगभग 15 से 17% है। अर्थराइटिस के अलावा पीठ दर्द भारत में अन्य 25 से 30% लोगों को प्रभावित करता है। जबकि मस्कुलोस्केलेटल डिसआर्डर 20 से 25% लोगों में क्रोनिक दर्द के लिए जिम्मेदार होते हैं इस तरह के डिसऑर्डर से नसों, टेंडन, जोड़ों, मांसपेशियों और लिगामेंट प्रभावित होता हैं। 

इंटरनेशनल ऑस्टियोपोरोसिस फाउंडेशन की रिपोर्ट के मुताबिक देश में लगभग 50 मिलियन लोग फ्रैक्चर से पीड़ित हैं। पश्चिमी देशों की तुलना में भारतीयों में हड्डियों का मिनिरल लेवल 15% कम है, जिससे भारतीयों में जल्दी फ्रैक्चर होता है।

कोविड-19 ने और बढ़ाया है दर्द 

भारतीय आबादी में मौजूद दर्द की व्यापकता को कोविड-19 महामारी ने और बढ़ा दिया है। हमारे देश की आबादी की हड्डियों का स्वास्थ्य खराब हो रहा है। इसका कारण यह है कि लोग घर के अंदर ज्यादा समय बिता रहे हैं।

  1. कम चलने फिरने,
  2. बदलती लाइफस्टाइल,
  3. खराब पोश्चर,
  4. घर के अंदर अपर्याप्त काम करने की जगह और
  5. विटामिन डी की कमी होने से हर उम्र के लोगों में हड्डियों संबंधी समस्याएं पैदा हो रही हैं।
ekyoopankchar ek vaikalpik ilaaj ka tareeqa hai,
युवा महिलाओं में भी बढ़ रहा है ऑस्टियोआर्थराइटिस का जोखिम। चित्र : शटरस्टॉक

युवा महिलाओं में भी बढ़ रहा है ऑस्टियोआर्थराइटिस का जोखिम

विशेष रूप से युवा महिलाएं ऑस्टियोआर्थराइटिस रोग की चपेट में हैं।नमें से लगभग 30 मिलियन या अधिक युवतियों का वजन सामान्य से ज्यादा है। इसलिए यह एक बड़ी चिंता का विषय है। युवा आबादी के लिए इस दर्द को झेल पाना लंबे समय की समस्या हो जाता है। जिससे उनकी प्रोडक्टिविटी और रिश्ते भी प्रभावित होते हैं। 

शरीर में होने वाला दर्द और एक्यूपंचर 

जिंदल नेचरक्योर इंस्टीट्यूट के उप मुख्य स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. विनोदा कुमारी के मुताबिक पूरी दुनिया कोविड-19 महामारी के हिसाब से खुद को ढालने में लगी है। घर पर रहकर लंबे समय तक काम करने के कारण पीठ के निचले हिस्से, कूल्हे, गर्दन और कंधों में अकड़न के मामलों में वृद्धि हो रही है। हालांकि पेन किलर दवाएं या ओटीसी (ओवरकाउंटर) दवाएं दर्द से कुछ राहत दिलाने में मददगार हो सकती हैं।

मगर ये दवाएं दर्द के वास्तविक कारण का इलाज किए बिना लक्षणों को कंट्रोल करती हैं। एक्यूपंक्चर शरीर के भीतर ऊर्जा को रेगुलेट करने का काम करता है। एक्यूपंक्चर उन लोगों के लिए एक सुरक्षित इलाज का तरीका हो सकता है, जो हड्डी या मांसपेशियों से संबंधित दर्द से पीड़ित होते हैं।

कैसे काम करता है एक्यूपंक्चर ?

एक्यूपंक्चर एक वैकल्पिक इलाज का तरीका है। इसमें पतली सुइयों का उपयोग किया जाता है। इन सुइयों को शरीर के विशिष्ट प्वाइंट पर अलगअलग जगह पर गहराई तक डाला जाता हैं। जब सुइयों को अच्छी तरह से रखा जाता है, तो वे न्यूरोट्रांसमीटर के रिलीज़ को बढ़ा सकते हैं।

इन ट्रांसमीटर को एन्केफेलिन्स और एंडोर्फिन भी कहा जाता हैयह दर्द की संवेदना को कम करते हैं। जब एक्यूपंक्चर सुई डाली जाती है, तो यह कोर्टिसोल के उत्पादन में मदद करती है, जिससे सूजन कम होती है।

जब एक्यूपंक्चर को अकेले या विभिन्न प्रकार के अन्य उपचार प्रक्रियाओं के संयोजन में उपयोग किया जाता है, तो एक्यूपंक्चर रूमेटोइड अर्थराइटिस के लिए उपयोगी होता है। यह जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकता है।

अपनी रुचि के विषय चुनें और फ़ीड कस्टमाइज़ करें

कस्टमाइज़ करें

इसके अलावा 1997 में जारी एनआईएच (नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ) के बयान के अनुसार एक्यूपंक्चर को जब एक व्यापक उपचार प्रक्रिया के रूप में अंजाम दिया जाता है, तो ऑस्टियोआर्थराइटिस, मायोफेशियल दर्द और फाइब्रोमायल्गिया से होने वाले दर्द से राहत मिलती है।

arthritis ke upchar me acupuncture ka istemal kiya ja sakta hai
अर्थराइटिस के इलाज में एक्यूपंक्चर का इस्तेमाल किया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

इन समस्याओं में किया जा सकता है एक्यूपंक्चर का इस्तेमाल 

विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उन स्वास्थ्य समस्याओं की एक सूची तैयार की है, जिनमें एक्यूपंक्चर से लाभ मिल सकता था।

  1. रूमेटाइड अर्थराइटिस
  2. टेनिस एल्बो 
  3. मोच
  4. फाइब्रोमायल्गिया 
  5. रीढ़ की हड्डी में दर्द 
  6. गर्दन में अकड़न 
  7. नसों का दर्द
  8. चेहरे का दर्द

किसी व्यक्ति को एक्यूपंक्चर से कितना लाभ हो सकता है, यह उसकी समस्या की गंभीरता पर निर्भर करता है। आमतौर पर बेहतर लाभ प्राप्त करने के लिए कई एक्यूपंक्चर थेरेपी सेशन की ज़रूरत होती है। हालांकि एक्यूपंक्चर थेरेपी को हमेशा एक अनुभवी, लाइसेंस प्राप्त प्रैक्टिशनर से कराने के लिए कहा जाता है, क्योंकि अगर गलत जगहों पर सुईं चुभोई गई तो आगे चलकर समस्याएं पैदा हो सकती है।

यह भी पढ़ें– इन 5 हेल्दी ब्रेकफास्ट के साथ करें अपने सप्ताह की शुरूआत, मूड और सेहत दोनों रहेंगे फिट

  • 92
लेखक के बारे में

स्वतंत्र लेखिका-पत्रकार मोनिका अग्रवाल ब्यूटी, फिटनेस और स्वास्थ्य संबंधी विषयों पर लगातार काम कर रहीं हैं। अपने खाली समय में बैडमिंटन खेलना और साहित्य पढ़ना पसंद करती हैं। ...और पढ़ें

पीरियड ट्रैकर

अपनी माहवारी को ट्रैक करें हेल्थशॉट्स, पीरियड ट्रैकर
के साथ।

ट्रैक करें
अगला लेख