जरूरत से ज्‍यादा अजवाइन का सेवन हो सकता है आपके लिए नुकसानदायक, जानिए क्‍यों

इस समय इम्‍युनिटी बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के घरेलू नुस्‍खे आजमा रहे हैं। इन्‍हीं में से एक है अजवाइन का काढ़ा। पर इस बढ़ती गर्मी में अजवाइन का ज्‍यादा सेवन आपको कई और समस्‍याएं भी दे सकता है।
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यहां जानें सुबह खली पेट अजवाइन का पानी पीने के फायदे। चित्र: शटरस्‍टॉक
अंबिका किमोठी Updated: 28 Apr 2021, 10:44 am IST
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आयुर्वेद में अजवाइन को औषधि कहा गया है। निश्चित रूप से मसाले के रूप में इस्‍तेमाल की जाने वाली अजवाइन के कई औषधीय लाभ हैं। इसके सेवन से पेट संबंधी समस्‍याएं दूर होती हैं। इन दिनों कुछ लोग काढ़ा बनाने के लिए भी अजवाइन का इस्‍तेमाल कर रहे हैं। पर क्‍या आप जानती हैं कि बढ़ती गर्मी में इसका ज्‍यादा सेवन आपके लिए जोखिम भरा हो सकता है! हम बताते हैं कैसे।

क्‍यों खास है अजवाइन

अजवाइन एक वनस्पति है, जिसकी खेती छोटे पैमाने पर की जाती है। अजवाइन हर घर की रसोई में पायी जाती है, क्‍योंकि यह अपनी अद्भुत सुगंध के साथ खाने का स्‍वाद भी बढ़ाती है। रिसर्च में पाया गया है कि अजवाइन में थायमोल और एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं।

क्‍यों जरूरी है आपकी रसोई में अजवाइन का होना। चित्र – शटरस्टॉक

जो ओरल हेल्थ के लिए काफी फायदेमंद होता है। ये मुंह में बैक्टीरिया को पनपने से रोकता है, जिससे हमारी सांसें तरोताजा रहती हैं।

क्‍या है अजवाइन की आदर्श मात्रा और इसे कैसे लेना चाहिए

1 पेट के कीड़ों के लिए 

अजवाइन पेट से कीड़े बाहर निकालने में सहायक होता है इसके लिए 1 ग्राम से 2 ग्राम अजवाइन का चूर्ण गुड़ के साथ दिन में दो बार लेना चाहिए इससे पेट के कीड़े बाहर निकल जाते है।

2 दांत दर्द के लिए 

अजवाइन से दांतों का दर्द भी गायब हो जाता है। अजवाइन के तेल में रूई को भिगोकर दर्द वाले दांत में लगाकर, मुंह नीचे करके लार टपकाने से दर्द बंद हो जाता है। अगर आपके शरीर में दर्द हो रहा है, तो आप दर्द वाली जगह पर अजवाइन का तेल लगा सकती हैं। इसके लिए 1-3 बूंद जरूरत के अनुसार तेल लगाना होता है। अजवाइन का ज्‍यादा इस्‍तेमाल त्वचा को नुकसान पहुंचा सकता है।

दांत में दर्द होने पर अजवाइन के तेल का इस्‍तेमाल करना चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक
दांत में दर्द होने पर अजवाइन के तेल का इस्‍तेमाल करना चाहिए। चित्र: शटरस्‍टॉक

3 श्‍वसन संबंधी समस्‍या में 

अजवाइन का काढ़ा श्‍वसन संबंधी समस्‍याओं में राहत देता है, पर इसका दिन में दो बार से ज्‍यादा सेवन नहीं करना चाहिए।

यह भी ध्‍यान रखें

  • डॉक्टर के निर्देशानुसार ही अजवाइन का सेवन करें, नहीं तो अजवाइन ज्यादा मात्रा में लेने से कब्ज भी हो सकती है।
  • अगर इंटरनल ब्लीडिंग है, तो अजवाइन नहीं लेनी चाहिए।
    अजवाइन की तासीर गर्म होती है। इसलिए गर्भावस्था के दौरान अजवाइन का सेवन नहीं करना चाहिए।
  • अत्यधिक मात्रा में अजवाइन का सेवन करने से त्वचा संवेदनशील हो सकती है। जो बाद में स्किन कैंसर होने का कारण बन सकता है। अजवाइन के नुकसान और उसके साइड इफेक्ट्स से बचने के लिए अजवाइन का सेवन करने से पहले अपनी फैमिली हिस्‍ट्री के साथ ही डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
  • जिन लोगों को अजवाइन से एलर्जी होती है, उन्‍हें भी इससे बचना चाहिए। वरना रैशेज या पित्त हो सकता है।

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लेखक के बारे में

योगा, डांस और लेखनी, यही सफर के साथी हैं। अपनी रचनात्‍मकता में देखूं कि ये दुनिया और कितनी प्‍यारी हो सकती है। ...और पढ़ें

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