बॉलीवुड गायिका आकृति कक्कड़ बता रही हैं कि कैसे वे खुद को शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रखती हैं

एक सेलिब्रिटी होना आसान नहीं है, और इसे बॉलीवुड सिंगर आकृति कक्कड़ से बेहतर कोई नहीं समझ सकता। हेल्थ शॉट्स के साथ बातचीत में, उन्होंने अपने शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने और महामारी के दौरान खुद को संभालने के बारे में बात की।
आकृति हमेशा पाने दिल कि सुनती हैं. चित्र - आकृति कक्कड़
आकृति हमेशा पाने दिल कि सुनती हैं. चित्र - आकृति कक्कड़
टीम हेल्‍थ शॉट्स Published: 27 Jul 2021, 19:30 pm IST
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कुछ गाने ऐसे होते हैं, जो आपको हर बार नाचने पर मजबूर कर देते हैं! जैसे सैटरडे सैटरडे (हम्प्टी शर्मा की दुल्हनिया से) या इसकी- उसकी (2 स्टेट्स) जैसे डांसिंग नंबर्स…. ! यही है बॉलीवुड सिंगर आकृति कक्कड़ की दमदार आवाज का जादू। वे फिल्म उद्योग में सबसे प्रतिभाशाली गायिकाओं में से एक है, और हर बार जब वे अपने गीतों से हमारा मन मोह लेती हैं। जहां उनकी रील लाइफ के बारे में काफी चर्चा होती है, वहीं उनकी ‘रियल लाइफ’ के बारे में बहुत कम लोग जानते हैं।

हेल्थ शॉट्स के साथ एक विशेष बातचीत में, आकृति हम सभी को एक सेलिब्रिटी के रूप में शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहने के तरीके बता रहीं हैं। इस दौरान उन्होंने मानसिक स्वास्थ्य पर पड़ने वाले सोशल मीडिया के प्रभाव के बारे में भी बात करती हैं।

महामारी के दौरान उनकी लड़ाई

कोविड -19 के कारण आई नकारात्मकता ने सभी लोगों को प्रभावित किया है। आकृति के साथ भी कुछ ऐसा ही हुआ, इसने उनकी रातों की नींद हराम कर दी, खासकर महामारी की दूसरी लहर के दौरान।

वे आगे कहती हैं – “इस बार यह सब फेस करना वाकई मुश्किल हो गया था। इस तरह की नकारात्मकता और दुखद समाचार हर दिन चारों ओर से आ रहे थे, सब कुछ बहुत कठिन हो गया था। ऐसे में एक शेड्यूल का पालन करना तो भूल ही जाइए! मगर, मैंने निराशा को अपने ऊपर हावी नहीं होने दिया।

जब मेरा मन करता था तब मैं सो जाती थी, जो मेरा मन करता था वह खा लेती थी, कुछ दिनों तक वर्कआउट भी करती थी, मगर कुछ भी बहुत लंबे समय तक नहीं किया। फिर मैं उन दोस्तों के समूह में शामिल हो गई, जो देश भर में जरूरतमंद परिवारों को निस्वार्थ भाव से राशन किट दान कर रहे थे।”

आकृति ने मानसिक शांति के लिए गाइडेड मेडिटेशन भी किया। ऐसे भी दिन थे जब वे अपना रियाज करती थीं! घर की सफाई और अपने माता-पिता और पैट्स के साथ समय बिताने से भी उन्हें काफी मदद मिली है!

मिलिए आकृति से! चित्र : आकृति कक्कड़
मिलिए आकृति से! चित्र : आकृति कक्कड़

सेलिब्रिटी के रूप में खुद को स्वस्थ रखना

एक सेलिब्रिटी के लिए शारीरिक और मानसिक रूप से फिट रहना महत्वपूर्ण है। लेकिन यह उतना आसान भी नहीं है जितना लगता है – खासकर एक व्यस्त शेड्यूल के कारण। मगर, आकृति सही संतुलन बनाने में कामयाब रहीं हैं।

वे कहती हैं, “मैं ज्यादातर सही चुनाव करने की कोशिश करती हूं, खासकर जब मैं यात्रा कर रही होती हूं, क्योंकि स्लीप साइकिल भी बिगड़ जाती है। मैं जिस चीज को अनदेखा नहीं करती, वह है हर दिन पानी पीना। मेरी आवाज को सही स्थिति में रखने के लिए हाइड्रेशन बहुत जरूरी है। लेकिन फिर मैं चीट भी करती हूं, मेरा मतलब है कि इतनी मेहनत करने का क्या मतलब है जब आप ट्रेवल करते टाइम स्थानीय व्यंजनों का मज़ा न लें।”

आकृति एक फूडी हैं और उन्हें विभिन्न व्यंजनों के साथ प्रयोग करना पसंद है! यहां तक ​​​​कि अगर वह ओवरबोर्ड जाती है, तो वह इसे बाद में संतुलित करने का एक टारगेट भी रखती हैं।

सोशल मीडिया और मानसिक स्वास्थ्य

सोशल मीडिया के कारण मशहूर हस्तियों तक लोगों की पहुंच काफी बढ़ गई है। लेकिन इस पर चैक रख पाना कभी-कभी वास्तव में कठिन हो सकता है। इसलिए आकृति कुछ दिनों के लिए सोशल मीडिया डिटॉक्स करने की कोशिश करती हैं।

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“अक्सर मैं बिना जाने ही सोशल मीडिया ऐप खोलने लगती हूं। इस लॉकडाउन के दौरान मेरा इंस्टाग्राम पर ज्यादा पोस्ट करने का मन नहीं कर रहा था। मैं दिल्ली में अपने परिवार वालों के साथ, ज़रुरतमंद लोगों के लिए दवाएं और बैड अरेंज कर रही थी। जिन दिनों मैं पोस्ट नहीं करती, मेरे प्रशंसक चिंतित हो जाते और मेरी इंगेजमेंट गिर जाती थी।”

लेकिन आकृति का मानना ​​​​है कि अगर हर समय सक्रिय रहने का दबाव है, तो इसका असर कहीं तो पड़ेगा।

वे कहती हैं – “मैंने हमेशा अपनी मानसिक स्थिति को सोशल मीडिया से अधिक महत्व दिया है। मैं एक व्यक्ति के रूप में पारदर्शी हूं, और मैं सोशल मीडिया पर भी इसी तरह रहना पसंद करती हूं।”

बाकी सेलेब्रिटीज की तरह आकृति को भी ट्रोलिंग का सामना करना पड़ा है। हालांकि यह शुरुआत में उन्हें परेशान करता था, लेकिन एक समय के साथ उन्हें इसकी आदत हो गई। आज, यह वास्तव में उन्हें प्रभावित नहीं करता है।

सोशल मीडिया को खुद पर हावी न होने दें। चित्र: शटरस्‍टॉक
सोशल मीडिया को खुद पर हावी न होने दें। चित्र: शटरस्‍टॉक

“आपको अपने जीवन में ऐसे लोग ज़रूर मिलेंगे, जो आपसे कभी भी खुश नहीं होंगे, फिर चाहे आप कितना भी अच्छा काम क्यों न कर लें। ट्रोल ने मेरे लिपस्टिक शेड से लेकर बालों तक हर चीज पर कमेंट किया है और यहां तक कि दूसरी कक्कड़ भी…!

ट्रोल्स और अच्छे कमेंट्स का अनुपात 7:3 होगा। लेकिन फिर जब मैंने सकारात्मक टिप्पणियां पढ़ीं, जहां लोगों ने मुझे बताया कि मेरे गाने का उनके लिए क्या मतलब है या मैं उन्हें कैसे प्रेरित करती हूं, तो इससे मुझे रात में चैन की नींद आती है।”

खुद उठाएं अपनी आवाज

बहुत सी ऐसी महिलाएं हैं जो आकृति को देखती हैं और उनके जैसी बनना चाहती हैं। जानिये वे उनसे क्या कहना चाहती हैं, “मैंने अपना करियर शुरू करने के कुछ साल बाद अपने दिल की आवाज़ सुनी। लेकिन वे कहते हैं कि सही काम करने के लिए कोई भी समय गलत नहीं होता। मैं आपको बस इतना कहना चाहती हूं कि आप अपनी आवाज खुद उठाएं!

आप जो बनना चाहती हैं उसे करने से कभी न घबराएं… बूढ़ा, लंबा, पतला, बड़ा या छोटा कोई मायने नहीं रखता। आप क्या करती हैं बोलना चाहिए! और याद रखें, हमेशा ऐसे लोग होंगे जो आपको नीचे खींचना चाहेंगे, और कुछ आपके लिए खुश होंगे। जो आपके लिए चीयर करते हैं, वही आपके लायक हैं!

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