ओवरईटिंग बन सकती है आपके दिल की दुश्मन, जानिए दोनों के बीच का हेल्थ कनेक्शन

ओवरईटिंग आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यह कई ऐसी समस्यायों को जन्म देती है, जिसकी वजह से आपका हार्ट हेल्थ प्रभावित होता है।
Overeating
महावारी से पहले शरीर में प्रोजेस्टेरोन का स्तर बढ़ने लगता है, जो शरीर में एपिटाइट को स्टीम्यूलेट करने में कारगर है। चित्र शटरस्टॉक।
अंजलि कुमारी Updated: 20 Oct 2023, 09:35 am IST
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अक्सर लोग खाना खाते वक्त केवल अपने पेट और पाचन क्रिया के बारे में सोचते हैं। परंतु आपको इस बात की जानकारी होनी चाहिए कि आपका खाने का समय और तरीका न केवल आपकी पाचन क्रिया को, बल्कि आपके समग्र स्वास्थ्य के लिए नुकसानदेह हो सकता है। इसलिए कुछ भी खाने से पहले अपनी सेहत का ध्यान जरूर रखें।

बहुत कम लोग ऐसे हैं, जो खाते वक्त कब रुकना है इस बात का अंदाजा लगा पाते हैं। अन्यथा ज्यादातर लोग बिना सोचे समझे खाते हैं और ओवरईटिंग का शिकार हो जाते हैं। क्या आप भी इस समस्या की शिकार हैं? तो आपको बता दें की ओवरईटिंग (Overeating) आपकी सेहत पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकती है। यह कई ऐसी समस्यायों को जन्म देती है, जिसकी वजह से आपके हार्ट हेल्थ (Overeating effect on heart) प्रभावित होता है।

ऐसे में की गई एक स्टडी में ओवरईटिंग और हार्ट हेल्थ से जुड़े कुछ जरूरी तथ्य सामने यायें हैं। तो चलिए जानते हैं, आखिर किस तरह यह हमारी हार्ट हेल्थ के लिए नुकसानदेह होती है।

dil ka daura padne ke sanket
जाने ओवरईटिंग कैसे बन सकती है हार्ट स्ट्रोक का कारण। चित्र : शटरस्टॉक

कैसे ओवरईटिंग है हार्ट अटैक का कारण

नॉर्थ वेस्टर्न मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार भारी भोजन और ओवरईटिंग का प्रभाव सीधा हार्ट हेल्थ पर पड़ता है। ओवरईटिंग कोलेस्ट्रॉल को सामान्य स्तर से काफी ज्यादा बढ़ा देती है, जिस वजह से हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना बढ़ जाती हैं। वहीं हार्ट अटैक की स्थिति भी पैदा हो सकती है।

ऐसा इसलिए होता है, क्योंकि जरूरत से ज्यादा खाना ब्लड फ्लो, ब्लड प्रेशर और हार्ट रेट को बढ़ा देता है। वहीं यदि आपको पहले से दिल से जुड़ी बीमारी है, तो एक सीमित मात्रा में ही फैट और कार्बोहायड्रेट से युक्त खाद्य पदार्थो का सेवन करें। अन्यथा आपकी समस्या गंभीर रूप से आपको ग्रसित कर सकती है।

अब जानें ओबेसिटी और हार्ट डिजीज का संबंध

कम समय के अंतराल पर ओवरईटिंग करना आपको मोटापे की समस्या से ग्रसित कर सकता है। वहीं बढ़ता वजन डियाबिटीज और ब्लड प्रेशर का कारण बनता है। नॉर्थवेस्टर्न मेडिसिन द्वारा प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार सामान्य लोगो की तुलना में ओबेसिटी से ग्रसित व्यक्ति में हार्ट से जुड़ी समस्याएं होने की संभावना काफी ज्यादा होती है।

जरूरत से ज्यादा वजन ब्लड प्रेशर को बढ़ा देता है और साथ ही इसे अनियंत्रित कर देता है। जिसकी वजह से आपका हार्ट डैमेज हो सकता है। वहीं ऐसे में मोटापा हार्ट स्ट्रोक और हार्ट फेलियर का कारण बन जाता है। मोटापा इन्सुलिन रेजिस्टेंस का कारण होता है, जिसकी वजह से प्रीडायबिटीज और डायबिटीज की समस्या आपको पीड़ित कर सकती हैं। वहीं डायबिटीज हार्ट डिजीज की संभावना को बढ़ा देता है।

Obesity aapke shareer ko nuksaan pohchata hai
शरीर का बढ़ता हुआ फैट हार्ट हेल्थ को नुकसान पहुंचाता है। चित्र : शटरस्टॉक

यहां जानें ओवरईटिंग से कैसे बचना है

पर्याप्त मात्रा में पानी पिएं। हर रोज़ कम से कम 8 से 10 गिलास पानी पीना जरूरी है। हालांकि, यह आपकी उम्र और शरीर पर भी निर्भर करता है।

एक बार मे अधिक भोजन करने की जगह छोटे-छोटे मील लेना ज्यादा उचित रहेगा। ऐसा करने से भोजन पूरी तरह पच पाता है और शरीर मे भी अच्छी तरह लगता है।

वहीं एक बार खा लेने के बाद दूसरी मील लेने से पहले यह सुनिश्चित जरूर करें कि आपको पर्याप्त भूख लगी है या नही।

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बैड फैट और सोडियम के सेवन को सीमित रखें।

मील स्किप न करें। क्योंकि मील स्किप कर देने के बाद जब आपको भूख लगती है, तो ऐसे में ओवरईटिंग की संभावना बढ़ जाती है। इसलिए समय पर खाना खाने की आदत डालें।

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इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी से जर्नलिज़्म ग्रेजुएट अंजलि फूड, ब्यूटी, हेल्थ और वेलनेस पर लगातार लिख रहीं हैं। ...और पढ़ें

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