आपके शरीर में सूजन बढ़ाने के साथ और भी कई अंगों को प्रभावित कर सकती है ई सिगरेट

अगर आप भी अपने पसंदीदा फ्लेवर में पॉड आधारित ई-सिगरेट ले रही हैं, तो अपने फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के कई अन्य अंंगों को भी खतरे में डालने के लिए तैयार हो जाइए।
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शोध से पता चला ई-सिगरेट से दिल, दिमाग, फेफड़ों और आंत में सूजन हो रही है । चित्र : शटरस्टॉक
मिथिलेश कुमार पटेल Published: 17 Apr 2022, 13:00 pm IST
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ई-सिगरेट को युवाओं में सिगरेट के विकल्प के रूप में प्रचारित किया जा रहा है। इसके लिए इन्हें कई फ्लेवर में भी पेश किया जा रहा है- पुदीना या आम के फ्लेवर वाली ई-सिगरेट। पर ये उतनी हानिरहित हैं नहीं, जितनी बताई जा रहीं हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो के एक अध्ययन में कई चौंकाने वाले तथ्य सामने आए हैं। अगर आप भी अपने शरीर को इन खतरों से बचाना चाहती हैं, तो इसे अंत तक पढ़िए।

अगर आप भी ई सिगरेट को टशन समझ रहीं हैं, तो चौंकने के लिए तैयार हो जाइए। दरअसल हाल ही में ई-सिगरेट से जुड़ा एक शोध सामने आया है जिसका रिजल्ट काफी डरावना हैं। यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेन डिएगो द्वारा किए गए शोध से खुलासा हुआ है कि ई-सिगरेट लेने वाले लोगों के दिल, दिमाग, फेफड़ें और पेट (gut) में सूजन बढ़ रही है। शरीर के इन बेहद खास अंगो के आलावा बाकी हिस्सों में भी सूजन होने लगी है।

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ई-सिगरेट क्या है ?

असल में ई-सिगरेट एक लाइटर जैसी पतली डिवाइस है। जिसे चार्ज करके इस्तेमाल किया जाता है। इसमें निकोटिन के साथ अन्य फ्लेवर्ड उत्पादों जैसे चॉकलेट, मिंट और आम आदि को मिलाकर बेचा जाता है। स्वास्थ के लिए सिगरेट को नुकसानदायक बताकर अमेरिका में ई-सिगरेट को लॉन्च किया गया था। आज हालात ये हैं कि तकरीबन एक करोड़ बीस लाख लोग अमेरिका में ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहे हैं। इनमें भी 18 से 24 साल की उम्र के युवाओं की संख्या सबसे अधिक है।

अमेरिकन कंपनी जेयूयूएल (JUUL) के ई-सिगरेट इस समय अमेरिकी युवाओं में सबसे ज्यादा लोकप्रिय हैं। इन्हीं पर किए गए इस अपनी तरह के पहले शोध में यह सामने आया है कि ई-सिगरेट जिसे हानिरहित बताया जा रहा है, वे फेफड़ों के साथ-साथ शरीर के अन्य अंगों को भी नुकसान पहुंचा रही है।

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क्या कहते हैं एक्सपर्ट

यूनिवर्सिटी ऑफ कैलिफोर्निया सेन डिएगो के मेडिसिन स्कूल की एसोसिएट प्रोफेसर लॉरा क्रॉटी अलेक्जेंडर (एमडी) बता रहीं हैं कि पिछले पांच या उससे अधिक सालों से पॉड आधारित ई-सिगरेट को लोगों द्वारा काफी इस्तेमाल किया जा रहा हैं। फिलहाल ई-सिगरेट का इस्तेमाल कर रहे लोगों को उनकी सेहत पर पड़ने वाले दूरगामी प्रभावों के बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है। वे केवल इसके क्षणिक सुख की ओर आकर्षित हो रहे हैं। जिसमें तनाव रहित होना शामिल है।

पर इसके दूरगामी परिणामों पर और भी ज्यादा शोध करने की जरूरत है, क्योंकि ये मानव अंगों में सूजन बढ़ा सकती है।

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लेखक के बारे में

भारतीय जनसंचार संस्थान, नई दिल्ली से पत्रकारिता में डिप्लोमा कर चुके मिथिलेश कुमार सेहत, विज्ञान और तकनीक पर लिखने का अभ्यास कर रहे हैं। ...और पढ़ें

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