पानी नहीं! टूथब्रश नहीं! मॉउथवॉश भी नहीं! तो फिर ऐसी कौन सी चीज है, जो सुबह सबसे पहले आपके पेट में जाती है? जी हां, वह है गर्मागर्म चाय (Hot cup of Tea)। हालांकि, सुबह खाली पेट चाय पीना एक अनहेल्दी आदत है। पर पिछले एक महीने में हमने इस आदत को एक अच्छी आदत से रिप्लेस किया और बहुत सारे लाभ लिए। एक महीने में दो किलो वजन कम होना उनमें से केवल एक फायदा है। यकीन कीजिए दूध वाली चाय को बस ग्रीन टी (Switched to Green Tea from Milk Tea) से बदलकर हमने एक महीने में इसके आश्चर्यजनक परिणाम देखे।
हम भारतीय चाय के आदि होते हैं। दरअसल, चिलचिलाती धूप में भी हम चाय की चुस्कियां ले सकते हैं। मानो वह जीवन का अमृत हो। मेरी परेशानी काफी अलग थीं। न केवल मेरा पेट मदद के लिए चिल्ला रहा था, बल्कि मेरी सुस्त त्वचा और डिहाइड्रेटेड यानी कि निर्जलित शरीर भी अलार्म बजाकर मुझे जगाने का काम कर रहा था। और ऐसा होना ही था! क्योंकि मैं हर दिन तीन कप चाय पीती थी।
मैंने यह भी नहीं देखा कि ये तीन कप चाय मेरी बाकी चीजों पर बुरा असर डाल रहे हैं। ऐसा तब तक चलता रहा जब तक कि मैंने सीने में जलन होने वाली गंभीर समस्या के संबंध में डॉक्टर से परामर्श नहीं लिया। बेशक कुछ दवाईयां निर्धारित की गईं। लेकिन मुझे मेरे जीवन में एक साधारण – सा बदलाव लाने के लिए भी कहा गया।
जी हां, आप सही अनुमान लगा रहे हैं – मुझे अपनी दूध की चाय छोड़ने और ग्रीन टी पर स्विच करने के लिए कहा गया। वैसे उनके लिए यह कहना आसान था, पर मेरे लिए इसे फॉलो करना उतना आसान नहीं रहा।
मैं कभी भी ग्रीन टी की प्रशंसक नहीं रही। इस मामले में मैं तब तक धोखे में रही जब तक मैंने इसका स्वाद नहीं चखा था। इससे पहले मैंने कभी कोई परिणाम भी नहीं पाया, क्योंकि मैं अपनी नियमित चाय के अलावा ग्रीन टी पीती थी। ईमानदारी से कहूं तो मैंने कोई रैंडम स्विच नहीं किया। लगभग 10 दिनों तक, मैंने अपनी दिनचर्या से एक कप चाय को हटा दिया।
मैं 20-25 दिनों के लिए सिर्फ एक कप पर टिकी रही और फिर पूरी तरह से ग्रीन टी को अपना लिया। अब मुझे लगभग डेड़ महीने से ऊपर हो गए हैं इसे अपनाए हुए। मुझे बिल्कुल भी एहसास नहीं हो रहा कि मुझे फिर से दूध वाली चाय को अपनाना चाहिए।
चूंकि ग्रीन टी में दूध और चीनी नहीं है, इसलिए मैंने उन अतिरिक्त कैलोरी को छोड़ दिया जो मेरी नियमित चाय का हिस्सा थीं। वहीं, जब आप दूध वाली चाय पीते हैं, तो इसके साथ आपको कुकीज़ और मंचीज की आवश्यकता पड़ती है। क्योंकि चीनी इन सारी चीजों की लालसा बढ़ाने का काम करती है।
मैं इसके लिए अपनी बेड टी की आदत को दोष देती हूं, क्योंकि इसने सच में मेरी पाचन क्रिया को बर्बाद कर दिया। और अगर आपको लगता है कि चाय आपको शौच में मदद करती है, तो मैं आपको बता दूं कि थोड़े समय बाद यह आपको कब्ज भी कर सकती है। विश्वास करें, यह वाकई आपके लिए बहुत नुकसानदायक सिद्ध हो सकती है।
मैंने कैफीन मुक्त ग्रीन टी को चुना। अब नींद में खलल डालने के लिए कोई कैफीन या टैनिन नहीं था। इसलिए, मैं बेहद शांति और सुकून के साथ सोई। इससे मुझे अपने काम पर एकाग्रता में मदद मिली। इस तरह ये मेरे लिए फायदेमंद साबित हुआ।
सफेद, चमकीले और मजबूत दांतों के लिए, मैंने नया टूथपेस्ट ब्रांड नहीं चुना। इसके बजाए, दूध की चाय छोड़ने से यह अपने आप हो गया।
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मेरे डॉक्टर ने साफ – साफ कहा था कि दूध वाली चाय को छोड़ने के बाद मेरी त्वचा और बाल दोबारा से स्वस्थ हो जाएंगे। साथ ही मुझे यह भी बताया गया कि दूध वाली चाय को छोड़ने से कैल्शियम, आयरन और विटामिन बी का अवशोषण बढ़ जाएगा। यह मेरी सेहत के लिए लाभदायक है।
चाय बदलने के अपने अनुभव को आपके साथ साझा करने के बाद, मैं वापसी के कुछ प्रमुख लक्षणों को साझा करना चाहूंगी, जिन्हें आप भी स्विच करने पर अनुभव कर सकते हैं।
मुझे हल्की थकान, सिरदर्द और चक्कर आने का अनुभव हुआ. लेकिन सच कहूं तो यह कुछ दिनों तक ही चला।
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