पार्टनर में दिखने लगे हैं डिप्रेशन और एंग्जाइटी के संकेत, तो एक्सपर्ट द्वारा बताई गई इन टिप्स के साथ करें उनकी मदद

डिप्रेशन या एंग्जाइटी से गुज़र रहे व्यक्ति की मानसिक हालत को समझना काफी मुश्किल हो सकता है, जिसकी वजह से आप खुद को कई बार हेल्प लेस महसूस कर सकती हैं। इसलिए हम आपके लिए लाएं हैं ऐसे टिप्स जिसकी मदद से आप उनकी मदद कर पाएंगी।
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डिप्रेशन से जूझ रहे अपने पार्टनर की मदद करने के टिप्स। चित्र ; शटरस्टॉक

यदि आपका कोई अपना बीमार हो तो आप सबसे पहले उनकी देखभाल करना चाहेंगे। हर किसी का यही रिएक्शन होता है जब वे सुनते कि उनके पार्टनर की तबीयत ठीक नहीं है। एक बार जब आपको वजह पता चल जाए तो आप पूरी तरह से उनका ख्याल रखने की कोशिश करते हैं। मगर तब क्या हो जब आप उनकी बीमारी की वजह पता होते हुये भी कुछ न कर पाएं।

यदि आपके पार्टनर भी किसी मानसिक स्वास्थ्य समस्या से गुज़र रहे हैं, तो आपके लिए उनकी स्थिति को समझना थोड़ा मुश्किल हो सकता है। डिप्रेशन या एंग्जाइटी (Depression and Anxiety) से गुज़र रहे व्यक्ति की मानसिक हालत को समझना काफी मुश्किल हो सकता है, जिसकी वजह से आप खुद को कई बार हेल्प लेस महसूस कर सकती हैं।

लेकिन चिंता करने की ज़रूरत नहीं है, क्योंकि हम आपके लिए लाएं हैं ऐसे टिप्स जिसकी मदद से आप उनकी स्थिति को बेहतर तरीके से समझ पाएंगी।

तो चलिये जानते हैं कि डिप्रेशन या एंग्जाइटी से जूझ रहे पार्टनर का आप कैसे साथ दे सकती हैं

इस बारे में अच्छे से जानने और समझने के लिए हमने अपोलो हॉस्पिटल, विजयनगर, इंदौर के मनोचिकित्सक डॉ. आशुतोष सिंह से बात की। जानिए उनके द्वारा बताई गई कुछ टिप्स –

धीरज रखें उन्हें सुनने की कोशिश करें

आपके लिए भी उनके साथ डील करना काफी मुश्किल हो सकता है। इसलिए खुद में भी थोड़ा धीरज लाएं। उनकी बातों को सुनने और समझने की कोशिश करें। वे जो भी कह रहे हैं, उसे काटने की कोशिश न करें। इससे उन्हें लग सकता है कि कोई उनकी भावनाओं को नहीं समझ रहा है। इसलिए आप भी धीरज रखें।

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डिप्रेशन के उपचार के तरीके आजमाए ।चित्र : शटरस्टॉक

डॉ. आशुतोष का कहना है कि – ”ऐसे लोगों की बात सुनना बहुत ज़रूरी है, ताकि उन्हें भी यह एहसास हो सके कि उन्हें वाकई कोई समझ रहा है। इसलिए सबसे पहले उन्हें अपनी बात पूरी करने दें।”

उनका साथ दें

मेंटल इलनेस फिजिकल इलनेस से बहुत अलग होती है। इसमें किसी भी तरह कि मटिरियलिस्टिक केयर की ज़रूरत नहीं होती है। बल्कि इसमें आपका पार्टनेट के प्रति एमोशनल सपोर्ट बहुत मायने रखता है। इसलिए इस तरह की स्थिति में उनका साथ देना और उनको समझना ही काफी होता है। अपने एक्शन में दिखाएं कि आप उनके साथ हैं।

उनके ट्रीटमेंट पर ध्यान दें

यदि आपको पता है कि आपके पार्टनर डिप्रेशन में हैं तो हाथ – पर – हाथ रखकर न बैठें। किसी भी अन्य बीमारी की तरह उनका इलाज कराएं, उनकी मासिक और शारीरिक सेहत का ख्याल रखें। इस बात का ध्यान रखें कि वे अपनी थेरेपी पर जाएं, दवाइयां लें और नियमित जांच कराएं।

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अपने पार्टनर के ट्रीटमेंट पर ध्यान दें। चित्र : शटरस्टॉक

डॉ. आशुतोष के अनुसार – ”किसी भी अन्य बीमारी की तरह उन्हें यह समझाना बहुत ज़रूरी है कि उन्हें भी इलाज की ज़रूरत है। ताकि उनका मानसिक स्वास्थ्य जल्दी सही हो सके।”

घर पर अच्छा और पॉज़िटिव माहौल बनाएं

यदि आपके पार्टनर वर्किंग हैं तो उनका पूरा ख्याल रखें। घर पर ऐसा माहौल बनाएं कि उन्हें किसी भी तरह की कमी न महसूस हो। उनके खानपान से लेकर उनके एक्सरसाइज़ का एक सही शैड्यूल तैयार करें और उन्हें मेडिटेशन करने के लिए भी प्रोत्साहित करें।

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छोटे – छोटे गोल्स पर ध्यान दें

किसी डिप्रेशन या एंग्जाइटी से जूझ रहे व्यक्ति के लिए हर रोज़ बिस्तर से उठ पाना भी बहौत मुश्किल हो सकता है। इसलिए उनके लिए छोटे – छोटे गोल निर्धारित कर दें जैसे जर्नल लिखना, बहुत थोड़ा का काम करना, कोई डिश बनाना। ताकि वे धीरे – धीरे अपनी डेली रूटीन में आ सकें और उन्हें सोनें में मदद मिल सके।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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