गणेश चतुर्थी पर भगवान गणेश से सीखें जीवन में सकारात्मक और खुश रहने के ये 5 सबक

उत्सव सिर्फ धार्मिक विधि-विधान ही नहीं हैं, बल्कि ये आपके जीवन में बहुत सारे सकारात्मक संदेश लेकर आते हैं। लाइफ को एरर फ्री करना है तो गणेश चतुर्थी के साथ याद रखें जीवन के ये जरूरी सबक।
Ganesh Ji Ki 5 Seekh
सकारात्मक जीवन के लिए भगवन गणेश की 5 सीख चित्र: शटरस्टॉक
अदिति तिवारी Published: 9 Sep 2021, 13:20 pm IST
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आपकी कार में रखे छोटे से गणपति से लेकर पूजा पंडाल में बैठे विशाल गणेश जी तक, उन्हें देखना बहुत सुकून देता है। एक अलग अनोखी आकृति जिसे बच्चे लेकर बड़ों तक, सभी पसंद करते हैं। अगर बुद्धि (Wisdom) और विवेक (Discretion) के लिए भगवान गणेश को याद किया जाता है। एक ऐसे समय में जब हम आर्थिक तनाव (Economic stress), सामाजिक अलगाव (Social distancing) और अकेलेपन (Loneliness) से जूझ रहे हैं, तब यह समझना जरूरी है कि गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi) के बहाने भगवान गणेश (Lord Ganesha) हमें क्या सिखा रहे हैं। 

 

भगवान गणेश विघ्नहर्ता होने के साथ एक शिक्षक भी हैं। कोरोनावायरस महामारी के समय में हमने विवेक और मानसिक संतुलन को बनाए रखने के लिए जरूरी है कि हम उनके द्वारा दिए जा रहे सबक को याद रखें –  

 

वे 5 सबक जो भगवान गणेश प्रतीक रूप में हमें सिखाते हैं 

  1. कर्तव्यों का पूरी निष्ठा से पालन करें 

कभी-कभी हमारे लॉजिक हमें अपने सीनियर्स को फॉलो करने से रोकते हैं। पर जब आप कॉरपोरेट के स्ट्रक्चर को समझेंगी तो समझ आएगा कि हाई पोजीशन पर पहुंचने की यात्रा आसान नहीं होती। वे लगभग उन्हीं अनुभवों से गुजरकर वहां तक पहुंचे हैं, जिनका सामना अभी आप कर रहीं हैं। हम अपवादों की बात नहीं कर रहे। सफलता की यात्रा अनुभव और सबक दोनों देती है। 

तो जब आपके सीनियर्स आपको कोई असाइनमेंट दें, तो उसके प्रति पूर तरह ईमानदार रहें और उसे प्राथमिकता पर पूरा करें। यह न केवल आपको तनावमुक्त रखेगा, बल्कि आपके आसपास का माहौल भी शांतिपूर्ण रहेगा। भगवान गणेश और माता पार्वती की कथा से आप समझ सकते हैं कि जब आप अपने बड़ों की आज्ञा का पालन करते हैं, तो वे भी आपके हक में लड़ने को तैयार रहते हैं। 

kartavya ka paalan kare
कर्तव्यों का पालन करें चित्र: शटरस्टॉक

2. रिश्तों को सम्मान देना है जरूरी 

यह वह संस्था है, जिसका हिस्सा हम जन्म से पहले ही बन जाते हैं। गर्भ में आते ही हम मां-बाप, भाई-बहन जैसे रिश्तों में बंध जाते हैं। जबकि कुछ रिश्ते हम अपनी इच्छा से चुनते हैं, जैसे जीवनसाथी, दोस्त। भगवान गणेश हमें रिश्तों का सम्मान करना सिखाते हैं। फिर चाहें वह माता-पिता हों या अपने नन्हें मूषक दोस्त का। वे प्रथम पूजनीय होने के बाद भी अपने रिश्तों को सम्मान देना नहीं छोड़ता। 

आपकी पोजीशन चाहें कितनी भी बड़ी हो, आप कितने भी संपन्न हो या आपकी कंपनी आपको चाहें जितना भी पैकेज दे रही हो, उसका गुमान रिश्तों के बीच नहीं आना चाहिए। भगवान गणेश आपको रिश्तों के प्रति विनम्र होना सिखाते हैं। 

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3.  क्षमा ही परम गुण है 

जब आप तीस की उम्र तक पहुंचती हैं, तब तक आप और भी मेच्योर हो चुकी होती हैं। अब आपको सिर्फ गलती होने पर माफी मांगना ही नहीं आना चाहिए, बल्कि अपने से छोटों और अपने साथ के लोगों को माफ करना भी आना चाहिए। जैसे भगवान गणेश ने चंद्रमा को किया। 

बुलिंग आज का मामला नहीं है, बहुत समय से लोग इसे झेलते आ रहे हैं। मोटापे, स्टाइल या किसी भी वजह से लोग एक-दूसरे को बुली करते हैं। निश्चित रूप से यह अशोभनीय और बुरी बात है। मगर इसे पकड़ कर नहीं बैठना। इस तरह आपकी मेंटल हेल्थ प्रभावित हो सकती है और रिश्तों पर तो इसका असर आता ही है। इसलिए अपने दोस्तों, सहकर्मियों और जूनियर्स को भी एक निश्चित सीमा में माफ किया जा सकता है। पर एक चेतावनी के साथ। 

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फिटनेस का रखें ध्यान चित्र: शटरस्टॉक

4. फिटनेस रुटीन हो या जरूरी प्रोजेक्ट उसे पूरा करने की आदत डालें 

कई बार चीजें शुरू तो कर लेते हैं, पर ओवरबर्डन होने के कारण उसे पूरा नहीं कर पाते। इसमें बहुत सारी चीजें आती हैं, फिटनेस रुटीन, वॉक, कोई हॉबी क्लास या फिर ऑफिस प्रोजेक्ट। अधिक काम होने के कारण आप उसे टालने लगते है। अंत में स्थिति यह हो जाती है कि काम बढ़ते रहता है और आप उसे नहीं कर पाते। 

एक दंत भगवान गणेश सिखाते हैं कि जो काम आपने हाथ में लिया है, उसे पूरा करने के बाद ही चैन लें। अगर आप ओवर बर्डन हैं, या आपकी टेबल पर पहले से ही काम बहुत ज्यादा है, तो न कहने में कोई बुराई नहीं है। 

5. अपने स्वाभिमान की रक्षा करें

लेडीज, यह आपको हमेशा याद रखना चाहिए। चाहें घर हो या कॉरपोरेट। अपने स्वाभिमान की रक्षा करना हमेशा जरूरी है। किसी भी ऐसी चीज के लिए हां न कहें, जिसे पूरा करना आपके लिए मुश्किल हो। ये किसी टॉक्सिक रिलेशन में बंधना या गलत नौकरी के लिए हां कहना, कुछ भी हो सकता है। 

कोरोनावायरस महामारी के कारण बहुत से लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा। आप अकेली नहीं हैं, ऐसा बहुतों के साथ हुआ। इसलिए किसी भी तरह की शेमिंग को खुद पर हावी न होने दें। आज नहीं तो कल, आपको आपकी प्रतिभा के अनुसार पोजीशन और पैकेज जरूर मिलेगा। इसलिए निराश न हों और अपने सम्मान को बचाए रखें। 

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