क्या आप जानती हैं कि आप सिर की त्व चा पर दिखाई देने वाली ये डैंड्रफ कभी-कभी इतनी ज्यादा क्यों बढ़ जाती है। कंट्रोल से बाहर हुई ये डैंड्रफ कभी-कभी इतनी ज्यादा बढ़ जाती है कि कपड़ों पर भी बर्फ के फाहों की तरह गिरने लगती है। खुजली, पपड़ी के साथ ही ये कभी-कभी इतनी ज्यादा दर्दनाक हो जाती है कि सिर की त्वचा ही छिलने लगती है।
आप शायद सोचती होंगी कि ये डैंड्रफ से ज्यादा कुछ और है। पर सच में क्या है, यह नहीं जान पाती होंगी। तो यहां हम आपको बता दें कि स्कैल्प पर होने वाली इरिटेशन, खुजली और जलन स्कैल्प सोरायसिस के कारण हो सकती है।
“सोरायसिस एक इम्यून मिडिएटिड जेनेटिकल डिटर्माइन स्किन कंडीशन है। जो त्वचा, खोपड़ी, नाखून और जोड़ों को प्रभावित कर सकती है। जब इसमें स्कैल्प शामिल होता है, तो हम इसे स्कैल्प सोरायसिस कहते हैं। काया स्किन क्लीनिक, गुड़गांव, में स्किन स्पेशलिस्ट एंड कंसल्टेंट डॉ. भावना भूरारिया कहती हैं, “असल में ये मोटे लाल-बैंगनी प्लाक होते हैं, जिन्हें सफेद परत के कारण पेशेंट डैंड्रफ समझने लगते हैं।”
“यह किसी भी आयु वर्ग को प्रभावित कर सकता है लेकिन युवा वयस्कों में यह सबसे आम है। गले के संक्रमण, कुछ खास दवाओं, बुखार, भावनात्मक और शारीरिक तनाव, मधुमेह, उच्च रक्तचाप, मोटापे आदि के कारण बढ़ती है।”
जीवन शैली में बदलाव के साथ ही हेल्दी इटिंग हेबिट्स, नियमित व्यायाम और एक विशेषज्ञ द्वारा निर्धारित उपचार के द्वारा इससे मुकाबला किया जा सकता है। इसके अलावा डॉ. भुरारिया कुछ घरेलू उपचार भी सुझाती हैं, जिनसे आप इस समस्या से छुटकारा पा सकती हैं –
टी ट्री ऑयल में ऐंटिफंगल और एंटीबायोटिक गुण होते हैं। यह स्कैल्प के सूखेपन के कारण होने वाली खुश्की और पपड़ी को हटाने में भी मदद करता है। इसके लिए, आप नारियल या जैतून के तेल में टी ट्री ऑयल की कुछ बूंदें मिलाएं और इससे अपनी स्कैल्प की मालिश करें। दस मिनट ऐसे ही रहने दें और उसके बाद इसे किसी माइल्ड शैंपू से धो लें।
एलोवेरा अपने एंटी इंफ्लामेटरी गुणों और मॉइस्चराइजिंग के लिए जाना जाता है। यह त्वचा की जलन को कम करने में आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए बालों की जड़ों में एलोवेरा जेल को लगाएं और 15 मिनट के लिए छोड़ दें। हल्के हाथ से रगड़ते हुए किसी अच्छे शैंपू से बालों को धो लें।
दही में आराम पहुंचाने वाले गुण होते हैं और इसे एक्सफोलिएटिंग एजेंट के रूप में भी इस्तेमाल किया जा सकता है। साथ ही यह सिर की परत पर मौजूद डेड स्किन और पपड़ी से छुटकारा दिलाने में भी मददगार है। जो त्वचा को सांस लेने से रोकते हैं।
इसके लिए एक चम्मच केले के गूदे या अंडे के साथ 2-3 बड़े चम्मच सादे दही के मिलाएं। इससे अपने बालों और खोपड़ी की मालिश करें। 15 मिनट तक बालों को ऐसे ही रहने दें। फिर किसी हल्के शैम्पू से, जो आपको सूट करता है बालों को धो लें।
जर्नल साइंस रिपोर्ट्स में प्रकाशित अध्ययन सहित कई और अध्ययनों में भी यह कहा जा चुका है कि एप्पल साइडर विनेगर यानी सेब का सिरका में एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल गुण होते हैं। जो आपके सिर की त्वचा में होने वाली खुश्की और पपड़ी से निजात दिलाते हैं।
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कस्टमाइज़ करेंअगर आप भी स्कैल्प सोरायसिस से परेशान हैं, तो आप उपरोक्त उपाय को आजमा सकती हैं। पर इसके इस्तेमाल के वक्त आपको सावधानी बरतने की जरूरत है। कई बार यह उल्टा नुकसान भी करता है। इसलिए इसके उपयोग का सबसे अच्छा तरीका है पानी के लगभग एक तिहाई या चौथाई भाग सिरका मिलाएं। शैंपू करने के बाद इस पानी से बालों को धोएं। और फिर सादा पानी से बालों को धो लें।