हार्ट अटैक का कारण बन सकता है शरीर में जमा होने वाला विसरल फैट, जानिए इसके बारे में सब कुछ

मोटापे से हैं परेशान, तो जान लें कि कहीं ये विसरल फैट तो नहीं, इससे राहत पाने के लिए अपनाएं ये आसान टिप्स।
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बढ़े कोलेस्ट्रोल को करें कम। चित्र: शटर स्टॉक
ज्योति सोही Updated: 9 Mar 2023, 11:20 am IST
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आमतौर पर लोग जिस प्रकार बिना सोचे समझे कुछ भी खाने लगते है। ठीक उसी तरह बिना किसी सलाह के वज़न कम करने के लिए अलग अलग तरीकों का प्रयोग करते हैं। उसका रिजल्ट कई बार उन्हें मन मुताबिक नहीं मिल पाता है। शरीर में जमा विसरल फैट (Visceral fat) भी अनचाहे मोटापे का कारण बन सकता है। हांलाकि एक स्तर तक ये शरीर के लिए लाभदायक भी होता है। इसके शरीर में होने से व्यक्ति कई बीमारियों से बचा रहता है। अगर आप भी जानना चाहते हैं, असल मोटापे का कारण, तो पहले जान लें कि विसरल फैट किसे कहते हैं। साथ ही इसका शरीर पर नकारात्मक और सकारात्म्क क्या प्रभाव पड़ता है (tips to control visceral fat)।

विसरल फैट क्या है

इस बारे में मनिपाल हास्पिटल गाज़ियाबाद में हेड ऑफ न्यूट्रीशन और डाइटेटिक्स डॉ अदिति शर्मा का कहना है कि विसरल फैट, वो वसा होता है, जो पेट में हर ओर धीरे धीरे जमा होता है। देखते ही देखते ये इतना थिक हो जाता है, जो बॉडी ऑरगन्स को घेरने लगता है। कुछ हद तक ये फैट्स आपके शारीरिक अंगों का ख्याल रखते है। अगर इनकी तादाद तेज़ी से बढ़ने लगती है, तो आपके स्वास्थ्य के लिए खतरनाक साबित हो सकते है।

इसे एक्टिव फैट कहकर भी पुकारा जाता है। इससे दिल से संबधी रोग, डायबिटीज़ और बीपी समेत कई बीमरियां होने का खतरा बना रहा है।

लो कार्ब्स डाइट रूटीन में शामिल करके विसरल फैट्स को आसानी से रिडयूज़ किया जा सकता है। चित्र: शटरस्टॉक

इसका कैसे पता लगाएं

कुछ मापदण्डों के हिसाब से शरीर में मौजूद विसरल फैट को मापा जा सकता है। दरअसल, शरीर में मौजूद इस खास किस्म के वसा को नापने के लिए कुछ गाइड लाइंस का इस्तेमाल किया जाता है। ये वसा हमारे शरीर में मौजूद टोटल फैटस का 10 प्रतिशत होता है। अपनी बॉडी फैटस को टोटल करके उसके 10 फीसदी के हिसाब से आप इसे निकाल सकते हैं।

रिसर्च क्या कहता है

डब्ल्यूएचओ की रिपोर्ट के मुताबिक कमर से हिप के अनुपात को नापने से इसका पता लगाया जा सकता है। अगर इस मेजरमेंट के दौरान महिलाओं का साइज़ 85 और पुरुषों का कमर.टू.हिप अनुपात 90 है, तो ये मोटापे का एक संकेत देता है। इससे शरीर में डायबिटीज़ और डाइजेशन संबधी समस्याएं बढ़ने लगती है।

क्लीवलैण्ड क्लीनिक के मुताबिक पेट का बढ़ना विसरल फैट की ओर इशारा करता है। एक रिसर्च के मुताबिक अगर आपका पेट मटके समान नज़र आ रहा है या नाशपाती और सेब के आकार का दिख रहा हैं तो ये चिंता का विषय है। ये संकेत विसरल फैट को पुख्ता करने का काम कर रहे हैं।

इससे कैसे बचें, जानें आसान टिप्स

व्यायाम है ज़रूरी

रोज़ाना 30 मिनट का व्यायाम शरीर को स्वस्थ रखने के लिए बेहद ज़रूरी है। इसमें हाई इंटेस्टि इंटरवेल ट्रेनिंग को इंक्लूड कर सकते है। दरअसल, एचआईआईटी एक तरह की एराबिक्स एक्सरसाइज़ है। इसमें रनिंग, ब्रिस्क वॉकिंग और सीढ़िया चढ़ना शामिल है। रिसर्च की मानें, तो ये एक्सरसाइज मध्यम और बूढ़े लोगों के लिए बेहद फायदेमंद है।

हेल्दी डाइट लें

लो कार्ब्स डाइट रूटीन में शामिल करके विसरल फैट्स को आसानी से रिडयूज़ किया जा सकता है। इसके लिए आप कीटो डाइट भी शुरू कर सकते हैं। दरअसल, डाइट में फल, सब्जियां, साबुत अनाज, लो फैट वाले डेयरी प्रोडक्टस और हेल्दी पेय पदार्थ शामिल कर। इसके अलावा अधिक शुगर और प्रोसेस्ड फूड से दूरी बनाकर चलें।

इंटरमिटेंट फास्टिंग करें

इंटरमिटेंट फास्टिंग का अर्थ है, कि दिन में दो मील्स लें। स्टरलिंग अस्पताल में डाइटीशियन, पूजा शैलाट का कहना है कि कुछ वक्त तक इटिंग विंडो 10 घटे की होती है, जिसमें आप दिन में दो वक्त खाना खा सकते हैं। वहीं कुछ वक्त बाद ये आठ घंटे की हो जाती है।

तनाव लेने और आधी-अधूरी नींद लेने के कारण भी मोटापे की परेशानी हो सकती है। चित्र : शटरकॉक

पूरी नींद लें

इस बात का ख्याल रखें कि कम सोना भी मोटापे का कारण बन सकती है। इसके लिए कम से कम सात घंटे की नींद अवश्य लें। कम सोने से विसरल फैटस का खतरा बढ़ने लगता है।

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तनाव से रहें दूर

टेंशन और किसी बात को लेकर तनाव होने से शरीर चिंताग्रस्त रहने लगता है। ऐसे में शरीर से कार्टिसोल नाम का हार्मोंन रिलीज़ होता है। इस हार्मोंन की बढ़ोतरी से शरीर का वज़न बढ़ने लगता है।

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लंबे समय तक प्रिंट और टीवी के लिए काम कर चुकी ज्योति सोही अब डिजिटल कंटेंट राइटिंग में सक्रिय हैं। ब्यूटी, फूड्स, वेलनेस और रिलेशनशिप उनके पसंदीदा ज़ोनर हैं। ...और पढ़ें

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