वेट लॉस के लिए डांस शुरू कर रहीं हैं, तो जान लें इसके बारे में 9 जरूरी बातें 

बरसात के मौसम में अगर हम कहें कि आप डांस करके भी वेट लॉस कर सकती हैं, तो इससे बेहतर क्या होगा। जानिए कौन सा डांस कितनी कैलोरी बर्न कर सकता है। 
weight loss ke dance
एरोबिक व्यायाम से फेफड़ों के माध्यम से शरीर, हृदय और मांसपेशियों में ऑक्सीजन और ब्लड फ्लो अधिक सुचारू रूप से हो पाता है। चित्र:शटरस्टॉक
स्मिता सिंह Published: 9 Jul 2022, 09:00 am IST
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इंसानों ने जबसे अभिव्यक्त करना सीखा, तबसे वे नृत्य करते आ रहे हैं। जब भी वे खुश होते हैं, तो वे नाचने लगते हैं। तभी यह मुहावरा बना- खुशी से झूम उठा/ उठी। नाचना सिर्फ अभिव्यक्ति और मनोरंजन का साधन ही नहीं है, बल्कि यह तनाव को दूर भगाने में भी कारगर है। यदि कुछ निश्चित समय तक डांस किया जाए, तो यह कई शारीरिक और मानसिक रोगों को दूर रखने में कारगर हो सकता है। वेट लॉस के लिए अगर आप भी डांस (Dance to lose weight) करना शुरू करने वाली हैं तो आपके लिए हैं कुछ जरूरी टिप्स।  

एक्सपर्ट कहते हैं कि फिजिकल एक्टिविटी को बढ़ाने और स्वयं को फिट रखने का साधन है डांस। कौन-कौन से नृत्य हो सकते हैं फायदेमंद और नियमित तौर पर नृत्य करने से पहले किन बातों का ख्याल रखना चाहिए, इन सभी को जानने के लिए हमने बात की नोएडा इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज के फिजियोथेरेपिस्ट, स्कूल ऑफ एलाइड हेल्थ साइंसेज डॉ. नरेंद्र कुमार पीटी से। 

 डॉ. नरेंद्र कुमार पीटी कहते हैं, “सभी उम्र, शेप और साइज के लोग डांस कर सकते हैं। इससे माइंड और बॉडी दोनों पर पॉजिटिव इफेक्ट पड़ता है।”

यहां हैं डांसिंग के फायदे

डांस से सबसे अधिक फायदा बॉडी और मसल्स को पहुंचता है। बोंस और मसल्स दोनों मजबूत होते हैं। यह मस्कुलर टोन वेट मैनेजमेंट में मदद करता है। वेट लॉस में मदद करता है।

शरीर पहले की अपेक्षा अधिक लचीला और फुर्तीला हो जाता है। हड्डियां मजबूत होने के कारण ऑस्टियोपोरोसिस की संभावना कम हो सकती है।

ब्रेन कैपेसिटी बढ़ती है। साइकोलॉजिकल वेल बीइंग बढ़िया होती है। स्वयं के प्रति प्यार करने की क्षमता विकसित होती है। आत्मविश्वास बढ़ता है।”

नाचने पर दिमाग में कॉर्टिसोल का स्तर कम होता है और ऑक्सिटोसिन का स्तर बढ़ता है। ऑक्सिटोसिन तनाव को घटा देता है।

दूसरों के साथ कोऑर्डिनेशन बढ़ता है। सोशल स्किल पहले की अपेक्षा बेहतर होते हैं।

एरोबिक कैपेसिटी बढ़ जाती है। हार्ट और लंग्स की स्थिति में सुधार आता है।

 प्रतिदिन 20-25 मिनट का डांस है जरूरी

यदि आप नियमित तौर पर 20-25 मिनट तक डांस करती हैं, तो आपको किसी भी एक डांसिंग पैटर्न का चुनाव करना होगा। यह आपकी ओवरऑल हेल्थ के लिए फायदेमंद होगा। यहां पर अलग-अलग तरह के डांस के बारे में बताया जा रहा है, जो इन दिनों लोगों के बीच बेहद लोकप्रिय और स्वास्थ्यप्रद भी हैं।

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 1 बैले डांस 

क्लासिकल म्यूजिक और सही टेक्निक के साथ यदि बैले डांस (Ballet dancing) किया जाए, तो शरीर की ताकत बढ़ती है और फ्लेक्सिबिलिटी भी बढ़ती है। 

2 बॉलरूम डांसिंग 

बॉलरूम नृत्य (Ballroom dancing) कई सारे नृत्यों को मिलाकर किया जाता है। इसमें फॉक्सट्रॉट, स्विंग, वाल्ट्ज, रूंबा और टैंगो शामिल हैं।

3 बेली डांसिंग 

मध्य पूर्वी नृत्य शैली (Middle Eastern dance) को बेली डांसिंग के रूप में जाना जाता है। यह बेली फैट को कम करता है और ऑवरऑल बॉडी को फिट करता है। फिटनेस के लिए यह सबसे बढ़िया डांस है।

4 हिप हॉप 

हिप-हॉप (Hip-hop) यह अर्बन डांस का एक रूप है, जो मुख्य रूप से हिप-हॉप संगीत के लिए किया जाता है। इसमें ब्रेकिंग, पॉपिंग, लॉकिंग और फ्रीस्टाइलिंग शामिल हो सकते हैं।

5 जैज़

जैज (Jazz) एक हाई इंटेसिटी वाला डांस फॉर्म है। इसमें म्यूजिक की धुन पर समय के अनुसार, किक्स, लीप्स और ट्विस्ट किए जाते हैं।

6 पोल डांस 

पोल डांस (Pole Dance) एक एक्टिवटी के रूप में लोकप्रिय है। यह अपर और लोअर बॉडी स्ट्रेंथ, कॉर्डिनेशन मसल्स की मजबूती को बढ़ाता है। इसमें एक वर्टिकल पोल के साथ डांस किया जाता है।

7 साल्सा 

साल्सा (Salsa) पेयर में किया जाने वाला डांस है, जो रिद्म्स और संसुअलिटी पर जोर देता है। यह कैरिबियन, लैटिन अमेरिका और अफ्रीका के डांस एलिमेंट को शामिल करता है।

8 स्क्वेयर डांसिंग

स्क्वेयर डांसिंग (square dancing) में चार कपल्स एक दूसरे का चक्कर लगाते हुए एक स्क्वेयर पैटर्न में नृत्य करते हैं और डांस करते हुए पार्टनर्स को बदलते हैं।

9 टैप डांस

टैप डांस (tap dance) का फोकस टाइमिंग और बीट्स पर होता है। यह शब्द टैपिंग से निकला है। इसमें डांसर के जूते की बहुत छोटी मेटल प्लेट्स जमीन से संपर्क करती हैं।

 डांस शुरू करने से पहले जानें 9 टिप्स  

डॉ. नरेंद्र कुमार पीटी के अनुसार, यदि आपको कोई मेडिकल प्रॉब्लम है, आप ओवरवेट हैं, 40 वर्ष से अधिक उम्र की हैं या शारीरिक रूप से इनएक्टिव हैं, तो डांस क्लास शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से मिलें। उनसे मिले परामर्श के आधार पर ही डांस शुरू करें।

सुनिश्चित करें कि आप लेयर में ड्रेसेज पहनें, ताकि शरीर के गर्म होने और पसीना चलने पर एकाध लेयर को हटाया जा सके।

डांस सेशन शुरू करने से पहले वार्म-अप एक्सरसाइज करें।

warm up exercise
किसी भी तरह का डांस शुरू करने से पहले वार्म अप एक्सरसाइज करें। चित्र:शटरस्टॉक

नाचने से पहले, नाचने के दौरान और नाचने के बाद भी पानी पिएं।

डांस सेशन के बीच में अच्छी तरह आराम करें।

जब भी आप शुरुआत करने जाएं, तो कभी-भी कठिन स्टेप या तेजी से डांस स्टेप्स करने की कोशिश न करें।

ऐसे जूते पहनें, जो आपकी डांस स्टाइल के अनुरूप हों।

अपने डांस इंस्ट्रक्टर से जरूर पूछें कि आप जो स्टेप कर रही हैं, वे सही हैं या नहीं।

जब आप कोई भी नया डांसिंग मूव सीखती हैं, तो चोट लगने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए पहले आराम से स्टेप्स को सीख लें। फिर आजमाएं। यदि बहुत थक गई हैं, तो नया डांसिंग मूव न सीखें।

पैरों को मजबूती प्रदान करने वाली गतिविधियों पर अधिक ध्यान दें।

डांस सेशन के बाद स्ट्रेचिंग करें। इससे कूल डाउन होने में मदद मिलेगी।

यहां पढ़ें:- जिम जाने की जरूरत नहीं, ये 5 योगासन कर सकते हैं बैली फैट कम 

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स्वास्थ्य, सौंदर्य, रिलेशनशिप, साहित्य और अध्यात्म संबंधी मुद्दों पर शोध परक पत्रकारिता का अनुभव। महिलाओं और बच्चों से जुड़े मुद्दों पर बातचीत करना और नए नजरिए से उन पर काम करना, यही लक्ष्य है।...और पढ़ें

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