फीमेल ऑर्गेज्म हमेशा से एक रहस्य रहा है। हम यहां सिर्फ पुरुषों के बारे में बात नहीं कर रहे हैं, बल्कि कई महिलाएं भी इसे तलाशने में विफल रही हैं। जबकि कई महिलाएं मल्टिपल ऑर्गेज्म का आनंद लेती हैं, वहीं दूसरों को इसके लिए काफी संघर्ष करना पड़ता है। बेशक, बहुत कुछ आपके साथी पर भी निर्भर करता है, लेकिन सही समय पर सही जगह चुनना इसकी एक कुंजी है।
फीमेल ऑर्गेज्म (female orgasm) को समझने में एक समस्या यह भी है कि महिलाओं को एक गलत बात पर विश्वास है कि केवल योनि में उत्तेजना होने पर ही चरमोत्कर्ष का अनुभव किया जा सकता है। हालांकि यह सच नहीं है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि ऐसे 10 फीमेल ऑर्गेज्म हैं जिनके बारे में ज्यादातर लोग नहीं जानते हैं।
हम सभी इसके बारे में अच्छे से जानते हैं। क्या आप जानती हैं, कि हम में से ज्यादातर लोग संभोग करते समय ऑर्गेज्म का अनुभव तो करते हैं, लेकिन फोरप्ले के दौरान नहीं। हां, यह सच है।
जिन महिलाओं की क्लिट (clit) और मूत्रमार्ग के मैंस (urethra meatus) के बीच कम दूरी होती है, वे वेजाइनल ऑर्गेज्म का अनुभव अधिक करती हैं। लेकिन हममें से बाकी लोगों को केवल प्रवेश (penetration) के माध्यम से हमारे बिग-ओ (big-O) को खोजने में वास्तव में मुश्किल हो सकती है।
एनल सेक्स दर्दनाक हो सकता है, लेकिन कुछ महिलाओं के लिए यह एक ऑर्गेज्म तक पहुंचने का एकमात्र तरीका है। चूंकि मलाशय और योनि में कुछ तंत्रिकाएं होती हैं, जो एनल सेक्स के दौरान उत्तेजित हो जाती हैं।
इसमें दो या दो से अधिक प्रकार की उत्तेजना शामिल है। उदाहरण के लिए, कुछ महिलाओं को आवशेपूर्ण चुंबन (passionate kiss) और क्लिटोरल उत्तेजना (Clitoral stimulation) के मिश्रण के साथ ऑर्गेज्म का अनुभव हो सकता है। हालांकि, यह पूरी तरह से महिला से महिला पर निर्भर करता है।
निप्पल्स महिलाओं का जाना माना उत्तेजना बिंदु (erogenous points) है। इसका कारण यह है कि जब निपल्स उत्तेजित होते हैं, तो शरीर ऑक्सीटोसिन जारी करता है जो गर्भाशय और योनि के संकुचन का कारण बनता है और अंततः एक ऑर्गेज्म के अनुभव की ओर जाता है।
क्लिटोरल स्टिमुलेशन (Clitoral stimulation) ऑर्गेज्म तक पहुंचने का एक और जाना-पहचाना तरीका है, क्योंकि क्लिटोरिस में हजारों नसें होती हैं जो महिलाओं में आनंददायक उत्तेजना पैदा करती हैं।
यह काफी पुराना लग सकता है। लेकिन उन महिलाओं के लिए जिन्होंने इस छोटे से कामोत्तेजक क्षेत्र (erogenous area) के गुप्त छिपे हुए स्थान की खोज की है, वे इस बात की कसम खा सकते हैं कि यह एक स्ट्रांग ऑर्गेज्म को अनुभव कराता है।
यह मूल रूप से योनि के उथले क्षेत्र की उत्तेजना है, जो योनि के अंदर लगभग 7 से 10 सेंटीमीटर तक गहरा है।
ओरल सेक्स भी कई तरीकों में से एक है जो महिलाओं को अपने ऑर्गेज्म को प्राप्त करने में मदद कर सकता है।
यह तब होता है, जब आपका साथी बुल-आई (bull-eye) हिट मारता है। जी हां, यहां हमारा मतलब आपकी योनि की दीवार से है।
स्पर्श कई बार आपके भीतर करंट पैदा कर सकता है, सिर्फ हाथ पकड़ने और गले लगने से ही आप कई बार वहां तक गीली हो सकती हैं। इस तरह के ऑर्गेज्म को फ्रिसन (frisson) के नाम से भी जाना जाता है। इस दौरान जब कोई आपको छूता है तो आपके रोंगटे खड़े हो सकते हैं और यह आपको गर्म कर सकता है।
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