यूरिन इंफेक्शन एक बहुत ही आम समस्या है, जो पुरुष और महिला दोनों में समान रूप से देखी जाती है। पर महिलाओं में इसकी संभावना 50% अधिक होती है, क्योंकि, महिलाओं की पेशाब नली पुरुषों के मुकाबले छोटी होती है। जिससे, बैक्टीरिया आसानी से शरीर में प्रवेश कर सकता है।
यूरिन इंफेक्शन में सबसे ज्यादा दिक्कत पेशाब करने में आती है। कई बार इसके लक्षण सामने नहीं आ पाते। जबकि कई बार ये इतने आम होते हैं कि सही जानकारी न होने के कारण हम इन्हें पहचान नहीं पाते। इसलिए, आपको यूरिन इंफेक्शन या यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन (Urinary Tract Infection, UTI) के बारे में जानना अनिवार्य है।
ये रोगाणुओं से होने वाला संक्रमण है। ये ऐसे जीव हैं, जो बहुत छोटे होते हैं। अधिकांश यूटीआई बैक्टीरिया के कारण होते हैं, लेकिन कुछ फंगस और वायरस के कारण भी होते हैं। हालांकि ऐसे मामले काफी दुर्लभ हैं। यूरिन इंफेक्शन आपके मूत्र पथ में कहीं भी हो सकता है। ये मूत्र पथ, गुर्दे, मूत्रवाहिनी, मूत्राशय और मूत्रमार्ग में होते हैं।
काफी महिलाएं इस बात से अवगत नहीं है कि अगर आपको तेज़ बुखार है, तो यह एक यूरिनरी ट्रैक्ट इन्फेक्शन का लक्षण भी हो सकता है।
हेनरी फोर्ड हेल्थ सिस्टम के एक डॉक्टर, अफाक सिद्दीकी का कहना है कि ”अगर आपको बुखार के साथ खांसी या जुकाम है तो ये एक मामूली बुखार के लक्षण हो सकते हैं। अगर आपको 101 या 102 डिग्री बुखार है और अन्य कोई भी लक्षण नहीं, तो यह मूत्र पथ के संक्रमण का लक्षण हो सकता है।”
बुखार आना, यूरिन इंफेक्शन का एक आम लक्षण है, लेकिन कई बार महिलाएं इसे अनदेखा कर देती हैं।
यदि आपके शरीर में संक्रमण काफी अधिक है, तो आप कमर में ऐंठन या पीठ दर्द का अनुभव कर सकती हैं।
यूरिन इंफेक्शन की वजह से बार-बार पेशाब करने का आग्रह या जलन हो सकती है।
मूत्र का रंग बदलकर, लाल, गुलाबी या धुंधला हो सकता है।
बदबूदार मूत्र या श्रोणि में दर्द होना।
1. अगर आप सेक्सुअली एक्टिव हैं तो, आपको और आपके पार्टनर को यूरिन इंफेक्शन होने की संभावना औरों के मुकाबले अधिक है।
2. नेशनल किडनी फाउंडेशन के अनुसार, यदि आपको मधुमेह है, तो आपको यूरिन इंफेक्शन होने की संभावना अधिक हो सकती है। ये बीमारी आपके शरीर की रक्षा प्रणाली को प्रभावित करती है, जिससे बैक्टीरिया को दूर रखना मुश्किल हो जाता है।
3. रजोनिवृत्ति के बाद, एस्ट्रोजन के प्रसार में गिरावट से मूत्र पथ में परिवर्तन होता है, जो आपको संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील बनाता है।
4. कैथेटर आपके यूटीआई होने की संभावना को बढ़ा सकते हैं। कैथेटर पर कोई भी बैक्टीरिया आपके मूत्राशय को संक्रमित कर सकता है। यदि आप लंबे समय तक कैथेटर पर रहे हैं, तो आपको मूत्र पथ के संक्रमण का खतरा हो सकता है।
5. बूढ़े लोगों में यूरिन इंफेक्शन होने पर मनोभ्रंश की समस्या आ सकती है और वे रोज़मर्रा के छोटे-छोटे काम भूलने लग सकते हैं। ऐसे में, ज़रूरी नहीं है कि अपको कोई अन्य लक्षण दिखाई दें।
यूरिन इंफेक्शन का सही समय पर पता लगना और उपचार करना बेहद महत्वपूर्ण है। एंटीबायोटिक के बिना, ये गुर्दे की पथरी, उच्च रक्तचाप और यहां तक कि गुर्दे की गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है। इसलिए, यूरिन इंफेक्शन से बचने के लिए, इसके लक्षण और कारण को समझें और अपनी इंटिमेट हायजीन का ख़ास ख्याल रखें।
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