मास्टबरेशन सेक्स लाइफ को एन्जॉय करने का एक खास तरीका है। जिसका इस्तेमाल ज्यादा पुरुष और महिलाएं करती हैं। पार्टनर के नहीं रहने पर आप इस तरह अपनी सेक्सुअल डिज़ायर को पूरा कर सकते हैं। हालांकि फीमेल हस्तमैथुन (masturbation) हमेशा से एक टैबू रहा है। जानकारी के अभाव में कुछ लडकियां इस प्रक्रिया को ठीक से कर भी नहीं पाती हैं। वे इस दौरान कुछ गलतियां भी करती हैं। शोध बताते हैं कि मास्टबरेशन एक स्वाभाविक प्रक्रिया है। इसका समग्र स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव नहीं पड़ता है। बस आपको उन गलतियों से बचना है, जो आपको नुकसान पहुंचा सकती हैं। हेल्थ शॉट्स के इस लेख में जानते हैं ऐसी ही 5 मास्टरबेशन मिस्टेक्स (masturbation mistakes) के बारे में।
जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल मेडिसिन में प्रकशित शोध के अनुसार, महिला हस्तमैथुन व्यवहार पर अध्ययन किया गया। इसमें 26 वर्ष से लेकर 55 वर्ष की कुल 425 मास्टुबरेशन करने वाली जर्मन महिलाओं को शामिल किया गया। इनमें से 91.5% महिलाएं पुरुषों के साथ रिलेशनशिप में होने के बावजूद मास्टुबरेशन का सहारा ले रही थीं। परिणाम में पाया गया कि 85.9% महिलाओं ने हस्तमैथुन को ऑर्गेस्म (orgasm) तक पहुंचने का जरिया बनाया। इसे उन्होंने जननांग स्व-उत्तेजना (genital self-stimulation) के रूप में बताया। सप्ताह में 2-3 बार महिलाएं जानकारी के अभाव में कुछ गलतियों को दोहरा रही थीं।
सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ जर्नल के अनुसार, एशिया की 75 प्रतिशत महिलाएं मास्टरबेशन के बाद दोषी महसूस करती हैं। उनकी सोच होती है कि इस तरह के काम में उन्हें शामिल नहीं होना चाहिए। अपनी भावनाओं के प्रति सच्चा होना जरूरी है। खुद को आनंदित करने में कुछ भी गलत नहीं है। इस अपराधबोध से बाहर निकलना जरूरी है।
सेक्सुअल एंड रिप्रोडक्टिव हेल्थ जर्नल के अनुसार, अधिकांश महिलाएं अपने स्वयं के संवेदनशील अंगों- क्लिटोरिस(clitoris) , जी-स्पॉट (g-spot), लेबिया(Labia) से अनजान होती हैं। यदि स्वयं के शरीर के बारे में अनभिज्ञ हैं, तो निश्चित रूप से यह सही नहीं है। अभ्यास व्यक्ति को परिपूर्ण बनाता है। इसलिए अपने अंगों को जानें और समझें।
एक ही तरीके से हस्तमैथुन करना सामान्य गलती (masturbation mistakes) है। इसके लिए अलग-अलग तरीकों को चुना जा सकता है। बाथ टब या अपने आप को दीवार के खिलाफ दबा कर भी खुद को आनंदित किया जा सकता है।
मास्टरबेशन का मतलब सिर्फ वैजाइना को एनवोल्व करना नहीं (masturbation mistakes) है। यह नहीं भूलें कि स्तन भी इरोजेनस ज़ोन हैं। उन्हें मलें, दुलारें, स्पर्श करें और आनंदित हों। जब आप यह सब अकेले कर रही हैं, तो स्तन उत्तेजना कामोत्तेजना का एक शानदार तरीका है।
जर्नल ऑफ़ सेक्सुअल मेडिसिन के अनुसार शोध में भाग ले रही ज्यादातर महिलाओं ने क्लाइमेक्स को बहुत जल्दी पाना चाहा। शोधकर्ताओं के अनुसार मास्टुबरेशन अकेले करने के कारण इसमें ज्यादा समय नहीं ले पा रही थीं। रहे हैं अकेले करने का मतलब यह नहीं है कि इसे अधिक समय तक नहीं करना चाहिए। अपने आप को बहुत जल्दी चरमोत्कर्ष पर पहुंचाने की जल्दी नहीं होनी चाहिए। रिलैक्स होकर ओर्गेज्म तक पहुंचने के लिए समय लगाना चाहिए।
शोधकर्ताओं के अनुसार, यह एक मिथ है कि अकेले मास्टुबरेशन करने पर लुब्रीकेंट का उपयोग नहीं करना चाहिए। संभव है कि गीलापन महसूस नहीं होने पर आपको मजा नहीं आता हो। एक बढ़िया लुब्रिकेंट का इस्तेमाल करें। डायबिटीज की मरीज होने पर शुगर फ्री लुब्रीकेंट का इस्तेमाल करें।
आम तौर पर महिलाएं एक ही वाइब्रेटर का बार-बार इस्तेमाल करती हैं। इससे न सिर्फ सेक्सुअल ऑर्गन को क्षति पहुंचने की आशंका बनती है, बल्कि आनन्द भी नहीं मिल पाता है। खुद को कल्पनाओं से आनंदित करें और पुराने वाइब्रेटर का इस्तेमाल बंद करें। इसकी बजाय नये और मजेदार वाइबरेटर का इस्तेमाल करें।
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