#RightToEqualPleasure : जानिए उस जरूरी हार्मोन के बारे में जो खत्म कर सकता है ऑर्गेज़्म गैप

जर्मनी के एक नए अध्ययन से पता चलता है कि "लव हार्मोन" ऑक्सीटोसिन की एक खुराक लोगों के सेक्सुअल डिजायर या सेक्स ड्राइव को और अधिक तीव्र बना सकती है।
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लव हार्मोन ऑक्सीटोसिन ऑर्गेज्म को बढ़ा सकता है. चित्र : शटरस्टॉक

अध्ययन में, 29 स्वस्थ जोड़े जो कम से कम एक साल तक एक साथ रहे, उन्होंने अपने घर में यौन संबंध बनाने से पहले ऑक्सीटोसिनल स्प्रे लिया। फिर ऑक्सीटोसिन लेने वाली कुछ महिलाओं ने बताया कि वे अपनी यौन इच्छाओं को साझा करने और सेक्स के दौरान अपने साथी के साथ सामंजस्य बैठाने में बेहतर थीं। ऐसे में सवाल यह पैदा होता है कि क्या ऑक्सीटोसिन हमारे सेक्सुअल एक्सपीरियन्स को किसी भी तरह से बदल सकता है? क्या इसका सेक्सुअल प्लेजर और ऑर्गेज्म से कोई सीधा संबंध है? चलिये पता करते हैं।

क्या है ऑक्सीटोसिन और हमारे शरीर में क्या है इसकी भूमिका?

ऑक्सीटोसिन एक हार्मोन है जो हाइपोथैलेमस में निर्मित होता है और पिट्यूटरी ग्रंथि द्वारा रक्तप्रवाह में छोड़ा जाता है। इसका मुख्य कार्य बच्चे के जन्म को सुविधाजनक बनाना है। जिसकी वजह से इसे “लव ड्रग” या “लव हार्मोन” भी कहा जाता है।

ये हार्मोन गर्भाशय की मांसपेशियों को सिकुड़ने के लिए उत्तेजित करता है, और प्रोस्टाग्लैंडीन के उत्पादन को बढ़ाता है, जो गर्भाशय के संकुचन को भी बढ़ाता है। जिन महिलाओं का प्रसव धीमा होता है, उन्हें कभी-कभी प्रक्रिया को गति देने के लिए ऑक्सीटोसिन दिया जाता है। एक बार बच्चे के जन्म के बाद, ऑक्सीटोसिन स्तन में नलिकाओं से दूध को निप्पल तक ले जाने में मदद करता है। ये मां और बच्चे के बीच एक बंधन स्थापित करता है।

पुरुषों में, ऑक्सीटोसिन इरेक्शन का कारण बनता है, शुक्राणुओं की संख्या बढ़ाता है और एजैकुलेशन के माध्यम से शुक्राणु को स्थानांतरित करता है। सेक्स के दौरान पुरुषों में ऑक्सीटोसिन का उच्च स्तर होता है।

शारीरिक उत्तेजना को बढ़ाता है ऑक्सीटोसिन

इतना ही नहीं, हावर्ड हेल्थ जर्नल के अनुसार सेक्सुअल एक्टिविटी के दौरान जब हम उत्साहित होते हैं या जब प्यार में पड़ जाते हैं, तो हमारा शरीर भी ऑक्सीटोसिन का उत्पादन करता है। यही कारण है कि इसे “लव हार्मोन” और “कडल हार्मोन भी कहा जाता है।”

जब आप किसी को गले लगा रहे होते हैं और जब आप ऑर्गेज्म का अनुभव कर रही होती हैं, तो ऑक्सीटोसिन का स्तर बढ़ जाता है।

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लव हार्मोन ऑक्सीटोसिन ऑर्गेज्म को बढ़ा सकता है
। चित्र : शटरस्टॉक

तो क्या ऑक्सीटोसिन आपकी ऑर्गेज्म की ईंटेंसिटी बढ़ा सकता है?

जी हां… बिल्कुल। पुरुषों और महिलाओं दोनों में ही ऑक्सीटोसिन हॉरमोन मौजूद होता है। इसका एक कार्य रिलेशनशिप में बॉंडिंग बढ़ाना और ट्रस्ट जैसी फीलिंग स्थापित करना होता है। महिलाओं में ऑक्सीटोसिन ज़्यादा मात्रा में उत्पादित होता है बजाय पुरुषों के। जिसकी वजह से सेक्स के दौरान भी उन्हें सब कुछ पुरुषों के मुक़ाबले कई गुना ज़्यादा महसूस होता है। फिर चाहे वो फिजिकली हो या इमोशनली।

वियना के चिकित्सा विश्वविद्यालय में हुये एक अध्ययन में यह सामने आया कि उन पुरुषों की यौन प्रतिक्रिया, जिनकी फीमेल पार्टनर्स को “बॉन्डिंग हार्मोन” यानी ऑक्सीटोसिन दिया गया था, उनके इरेक्टाइल फंकशन में भी सुधार देखने को मिला।

क्या सेक्स के दौरान बढ़ाया जा सकता है ऑक्सीटोसिन लेवल

ऑक्सीटोसिन कामोत्तेजना के लिए जिम्मेदार है। निप्पल की स्टीम्यूलेशन ऑक्सीटोसिन की वृद्धि का कारण बन सकती है, जिससे महिलाओं में लूब्रीकेशन और उत्तेजना पैदा होती है।

अगर इमोशन्स की बात करें, तो यदि आप और आपके पार्टनर की इमोशनल बॉन्डिंग अच्छी है तब भी आपके शरीर में सेक्स के दौरान ऑक्सीटोसिन की अच्छी मात्रा उत्पन्न हो सकती है। इसकी वजह से आप एक अच्छे ऑर्गेज्म का अनुभव कर सकती हैं।

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लेखक के बारे में

प्रकृति में गंभीर और ख्‍यालों में आज़ाद। किताबें पढ़ने और कविता लिखने की शौकीन हूं और जीवन के प्रति सकारात्‍मक दृष्टिकोण रखती हूं। ...और पढ़ें

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