सेहत और स्‍वाद दोनों के लिए फायदेमंद है चॉकलेट, पर कितनी और कौन सी ये हम बता रहे हैं 

डार्क चॉकलेट का एक स्‍लाइस आपका दिन बना सकता है, पर क्‍या इसका कोई और लाभ भी है? आइए जानते हैं।
डार्क चॉकलेट एक बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर है। चित्र: शटरस्टॉक
डार्क चॉकलेट एक बेहतरीन इम्युनिटी बूस्टर है। चित्र: शटरस्टॉक
विनीत Updated: 12 Oct 2023, 19:58 pm IST
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बचपन से ही हमें बताया जाता रहा है कि चॉकलेट सेहत के लिए खराब है। इसे मुंहासे, मोटापा, हाई ब्लड प्रेशर, कोरोनरी धमनी रोग, दांतों की सड़न और डायबिटीज जैसे गंभीर रोगों के साथ जोड़ा जाता है। जिसके चलते अक्सर हम इसका एक टुकड़ा लेने से पहले दो बार सोचते हैं। इसकी खराब प्रतिष्ठा के बावजूद, इस स्वादिष्ट उपचार के साथ कई स्वास्थ्य लाभ भी जुड़े हो सकते हैं।

चॉकलेट उष्णकटिबंधीय थियोब्रोमा कोको पेड़ के बीज से बनती है। यह असल में एंटीऑक्सिडेंट के सबसे अच्छे स्रोतों में से एक है। कोको के बीजों के स्वास्थ्य लाभों को लेकर अब तक विविध अध्ययन किए गए हैं। जिनमें यह पाया गया है कि कोको में जैविक रूप से सक्रिय फेनोलिक यौगिक शामिल होते हैं।

हम यहां आपको चॉकलेट खाने के 5 स्वास्थ्य लाभों के बारे में बता रहे हैं। जिससे कि आप अगली बार इसका बिना संकोच आनंद ले सकें।

यहां हैं चॉकलेट के सेवन के 5 स्वास्थ्य लाभ

1. हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को कम करती है

सिर्फ ब्लड प्रेशर के लिए ही नहीं, कोको में भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम को कम करने वाले गुण होते हैं। यह रक्त में एलडीएल या खराब कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद कर सकता है, जो स्ट्रोक और हृदय रोगों के लिए जिम्मेदार कारकों में से एक है।

दो स्वीडिश अध्ययनों ने इस बात की पुष्टि की है कि प्रति दिन 19 से 30 ग्राम चॉकलेट का सेवन करने से हृदयाघात (heart failure) की दर कम हो सकती है। हालांकि, जब लोग अधिक मात्रा में चॉकलेट का सेवन करते हैं तो इससे कोई अतिरिक्त लाभ नहीं मिल पाता।

दिल के स्वास्थ्य के लिए भी यह अच्छा व्‍यायाम है। चित्र-शटरस्टॉक
दिल के स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है चॉकलेट। चित्र-शटरस्टॉक

2. मस्तिष्क के कार्यों में सुधार करती है चॉकलेट 

यदि आप अपने संज्ञानात्मक कार्य को बेहतर बनाने के तरीकों की तलाश कर रही हैं तो चॉकलेट को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाएं। चॉकलेट में मौजूद फ़्लेवनॉल सामग्री को मस्तिष्क के कार्यों में सुधार करने के लिए दिखाया गया है।

स्वस्थ व्यक्तियों पर किए गए एक अध्ययन के अनुसार, लगातार पांच दिनों तक चॉकलेट का सेवन मस्तिष्क में रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद कर सकता है। मानसिक दुर्बलता से जूझ रहे बुजुर्गों के लिए यह अधिक फायदेमंद हो सकता है। अध्ययनों से पता चलता है कि अल्जाइमर और पार्किंसंस जैसी न्यूरोडीजेनेरेटिव बीमारियों के मामले में कोको फायदेमंद हो सकता है।

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3. मूड में सुधार कर सकती है

बुरे दिन होने पर हम सभी चॉकलेट के लिए तरसते हैं और इसके पीछे एक वैज्ञानिक कारण है। चॉकलेट फील-गुड हार्मोन सेरोटोनिन और डोपामाइन को नियंत्रित करता है। ये हार्मोन मूड में सुधार कर सकते हैं और आपको ऊर्जावान महसूस करा सकते हैं।

जर्नल न्यूट्रीशन रिव्यू में प्रकाशित आठ चॉकलेट अध्ययनों की समीक्षा के अनुसार, चॉकलेट खाने से आपके मूड को बढ़ावा देने और आपके संज्ञान को बढ़ाने में मदद मिल सकती है। चॉकलेट में शक्तिशाली फ्लेवोनोल्स यौगिक मौजूद होते हैं। यह अवसाद से पीड़ित लोगों के लिए भी बेहद मददगार साबित हो सकता है।

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4. टाइप 2 डायबिटीज के लक्षणों में सुधार कर सकता है

चीनी और डायबिटीज दोनों एक साथ अच्छी तरह से नहीं चल सकते, लेकिन चॉकलेट के साथ ऐसा नहीं है। अध्ययन बताते हैं कि मॉडरेशन में डार्क चॉकलेट का सेवन करने से टाइप 2 डायबिटीज के लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है।

जब कोशिकाएं पर्याप्‍त ग्‍लूकोज ग्रहण नहीं कर पाती तब स्थिति खतरनाक हो सकती है।चित्र: शटरस्टॉक
डायबिटीज के रोगियों के लिए फायदेमंद है चॉकलेट।चित्र: शटरस्टॉक

कुछ अध्ययनों से पता चला है कि फ्लेवोनोइड्स का अधिक सेवन पहली बार में इस बीमारी के विकास के जोखिम को कम कर सकता है। इसके अलावा, फ्लेवनॉल युक्त कोको इंसुलिन संवेदनशीलता को कम कर सकता है, ब्लड शुगर लेवल में सुधार कर सकता है, साथ ही डायबिटीज और नॉनडायबिटिक लोगों में सूजन को कम कर सकता है।

5. यह त्वचा को सूरज की क्षति से बचा सकता है

चॉकलेट न सिर्फ आपके स्वास्थ्य के लिए, बल्कि चॉकलेट आपकी त्वचा के लिए भी फायदेमंद है। चॉकलेट में पाया जाने वाला बायोएक्टिव यौगिक त्वचा को सूरज की किरणों से पहुंचने वाली क्षति से रक्षा कर सकता है, त्वचा में रक्त के प्रवाह में सुधार कर सकता है और आपकी त्वचा को हाइड्रेट रख सकता है।

यहां हैं चॉकलेट के स्वास्थ्यप्रद विकल्प

चॉकलेट के 3 अलग प्रकार हैं – मिल्क चॉकलेट, डार्क चॉकलेट और व्हाइट चॉकलेट।

  1. मिल्क चॉकलेट

यह चॉकलेट का सबसे व्यापक रूप से वितरित प्रकार है। इसमें दूध, कोको और चीनी शामिल हैं। कोको और दूध का प्रतिशत एक क्षेत्र से दूसरे क्षेत्र में भिन्न हो सकता है।

वजन कम करने के लिए मददगार है डार्क चॉकलेट। चित्र : शटरस्टॉक
  1. डार्क चॉकलेट

यह शुद्ध कोको का निकटतम रूप है, जो थोड़ी कड़वी होती है। इस तरह की चॉकलेट का उपयोग डेजर्ट और केक तैयार करने के लिए भी किया जाता है।

  1. व्हाइट चॉकलेट

इस तरह की चॉकलेट में एक महत्वपूर्ण मात्रा में दूध और शुगर होती है। इसमें कोकोआ बटर होता है, जो चॉकलेट बार को एक सफेद रंग प्रदान करता है।

अपने संभावित स्वास्थ्य लाभों के लिए जिम्मेदार कोको, चॉकलेट में मुख्य घटक है। इसलिए, सभी तरह की चॉकलेट में से सबसे स्वास्थ्यवर्धक प्रकार डार्क चॉकलेट है। क्योंकि इसमें चीनी नहीं होती है और कोको की मात्रा सबसे अधिक होती है।

एक दिन में कितनी चॉकलेट खा सकती हैं आप

किसी भी चीज का अत्यधिक सेवन स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है, चाहे वह सब्जियां हो या चॉकलेट। एक दिन में 30 से 60 ग्राम से अधिक चॉकलेट नहीं खानी चाहिए। बहुत अधिक चॉकलेट का सेवन करने से आपका दैनिक कैलोरी काउंट बढ़ेगा जिससे वजन बढ़ेगा और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी होंगी। 40 ग्राम वजन वाली डार्क चॉकलेट की एक बार में 190 कैलोरी होती है।

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